US Senator Visits Taiwan: अमेरिकी सीनेटर की ताइवान यात्रा से भड़का चीन, ड्रैगन ने फिर द्वीप की ओर भेजे 30 सैन्य विमान
चीन ने नियमित उड़ानों के चल रहे अभियान में सोमवार को 30 सैन्य विमान द्वीप की ओर भेजे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने अपने जेट विमानों से जवाब दिया वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को अलर्ट पर रखा और रेडियो चेतावनी जारी की।
ताइपे, एपी। अमेरिकी सीनेटर टैमी डकवर्थ ने मंगलवार को ताइवान की एक साल में दूसरी यात्रा की। इस दौरान उन्होंने ताइवान के लिए अमेरिका के समर्थन को दोहराया। डकवर्थ ने ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के साथ बैठक में ताइपे और वाशिंगटन के बीच घनिष्ठ आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा संबंधों पर जोर दिया। उधर, चीन ने नियमित उड़ानों के चल रहे अभियान में सोमवार को 30 सैन्य विमान द्वीप की ओर भेजे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने अपने जेट विमानों से जवाब दिया, वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को अलर्ट पर रखा और रेडियो चेतावनी जारी की।
अमेरिका दे रहा ताइवान को समर्थन
डकवर्थ ने कहा कि वह ताइवान सुरक्षा के लिए हमारे समर्थन पर जोर देना चाहती हैं। अमेरिका ने संसद में ताइवान को सशस्त्र बलों और नेशनल गार्ड के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए बिल रखा है। इलिनोइस की डेमोक्रेट सीनेटर टैमी डकवर्थ ने ताइवान की राष्ट्रपति त्साई को बताया कि मैं कहना चाहती हूं कि यह सिर्फ सेना के बारे में नहीं है। यह अर्थव्यवस्था के बारे में भी है। त्साई ने कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को महत्व देने के लिए अमेरिकी सरकार और कांग्रेस को धन्यवाद कहा। इसके साथ ही डकवर्थ को ताइवान से संबंधित सुरक्षा मुद्दों पर कड़ी नजर रखने के लिए धन्यवाद दिया। चीन ने कहा कि वह डकवर्थ की यात्रा की कड़ी निंदा करता है।
चीन ने दी चेतावनी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि ताइवान चीन का एक प्रांत है। वहां का कोई तथाकथित राष्ट्रपति नहीं है। उन्होंने अमेरिका से ताइवान के साथ सभी आधिकारिक संपर्क समाप्त करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार ने हाल ही में ताइवान मुद्दे पर कई गलत संकेत दिए हैं। अमेरिकी सरकार को राष्ट्रपति जो बाइडन की टिप्पणी को व्यवहार में लाना चाहिए।
जो बाइडन ने कहा था कि 'अमेरिका चीन के साथ एक नया शीत युद्ध नहीं चाहता है। चीन की प्रणाली को बदलने का लक्ष्य नहीं है और ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करता है।' अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने हाल ही में जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा पर कहा कि अगर चीन ताइवान पर आक्रमण करता है तो अमेरिका सैन्य हस्तक्षेप करेगा।
यूक्रेन पर हमले के बीच नए सिरे से फोकस में ताइवान
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण ने ताइवान के खिलाफ चीन की धमकियों को नए सिरे से फोकस में डाल दिया है। इससे डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सीनेटर की ओर से हथियारों की बिक्री के लिए समर्थन और राजनीतिक समर्थन में वृद्धि हुई है।
चीन ने भी शुरू की लामबंदी
उधर, चीन ने मई महीने में सोलोमन द्वीप और नौ अन्य द्वीप राष्ट्रों तक व्यापक सुरक्षा प्रस्ताव के साथ संपर्क किया। इसके जरिए दिखाया गया। कि चीन प्रशांत क्षेत्र में गुआम के रणनीतिक अमेरिकी क्षेत्र का द्वार हवाई, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड अपनी और उपस्थिति दे सकता है। इसे अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा ताइवान तक पहुंच को अवरुद्ध करने के संभावित मार्ग के रूप में देखा जाता है।
वैश्विक व्यवस्था के लिए चीन बड़ा खतरा
गुरुवार को एक भाषण में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन का उद्देश्य यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के विरोध में एक व्यापक गठबंधन में नेतृत्व करना है, जो इसे चीन से वैश्विक व्यवस्था के लिए अधिक गंभीर, दीर्घकालिक खतरे के रूप में देखता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करता है। जबकि बीजिंग के सम्मान में ताइवान के साथ संबंध अनौपचारिक हैं। अमेरिका रक्षात्मक हथियारों का मुख्य आपूर्तिकर्ता और अंतरराष्ट्रीय संगठनों में राजनीतिक समर्थन का स्रोत बना हुआ है, जहां चीन ताइवान की भागीदारी को रोकता है।