ईरान के खिलाफ अमेरिका का फैसला, UN के महिला अधिकार निकाय से निकालने की करेगा मांग
ईरान में 16 सितंबर को हिजाब कानून का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार महसा अमिनी की मौत हो गई थी। तब से वहां प्रदर्शन का दौर जारी है। इसके मद्देनजर अमेरिका ने ऐलान किया है कि वह संयुक्त राष्ट्र के निकाय से ईरान को बाहर निकालने की अपील करेगा
By AgencyEdited By: Monika MinalUpdated: Thu, 03 Nov 2022 11:51 AM (IST)
संयुक्त राष्ट्र, एजेंसी। ईरान में जारी हिजाब पर बवाल अब वैश्विक मंच पर भी इसके गले की फांस बनता नजर आ रहा है। दरअसल अमेरिका ने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि यह संयुक्त राष्ट्र के महिला अधिकार निकाय से ईरान को निकालने की पेशकश करने वाला है।
ईरान के खिलाफ अमेरिका की मंशा
अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष महिला अधिकार निकाय से ईरान को बाहर करने की मंशा जाहिर की है। अमेरिका ने कहा है कि इसके लिए वह UN के समक्ष अपील करेगा। ईरान में हिजाब को लेकर हो रहे प्रदर्शन के मद्देनजर अमेरिका ने ऐसा फैसला लिया है।
महसा अमिनी की मौत के बाद सितंबर में शुरू हुआ बवाल
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र का यह निकाय लैंगिक समानता (gender equality) के लिए लड़ाई लड़ता है और ईरान को इससे निकालने की बात इसलिए की जा रही है क्योंकि वहां महिला व लड़कियों के अधिकारों का हनन हो रहा है। ईरान में कुर्द महिला महसा अमीनी की मौत के बाद हिजाब के खिलाफ जारी प्रदर्शन के क्रम में प्रदर्शनकारियों पर ईरान सरकार की बर्बरता पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
कमला हैरिस ने कहा कि अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने बुधवार को कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के अधिकारों से इनकार करने और विरोध प्रदर्शनों पर क्रूर कार्रवाई पर संयुक्त राज्य अमेरिका महिलाओं की स्थिति (सीएसडब्ल्यू) पर 45 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र आयोग से ईरान को हटाने का प्रयास करेगा।
हैरिस ने कहा कि महिला अधिकारों का शोषण करने वाले किसी भी देश का संयुक्त राष्ट्र निकाय में होना सही नहीं है। अमेरिका ने अपनी मंशा जाहिर की कि यह UN के CSW से ईरान को बाहर निकालने की मांग करने वाला है। ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में आई तेजी के बाद वाशिंगटन ने यह फैसला लिया है। ईरान में यह प्रदर्शन 22 वर्षीय युवती महसा अमिनी की मौत के बाद शुरू हुई।