Sudan Conflict: सूडान में नहीं सुधर रहे हालात, दो आदिवासी समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प, 25 लोगों की मौत
दक्षिणी सूडान में सोमवार से हौसा और नूबा जनजातियों के बीच हिंसा जारी है। वहीं अब तक इस झड़प में 25 लोगों की मौत हो गई जिससे देश के प्रतिद्वंद्वी शीर्ष जनरलों के बीच युद्ध की आशंका बढ़ गई है। (फाइल फोटो)
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Thu, 11 May 2023 08:46 AM (IST)
काइरो, एपी। सूडान में चल रहा गृहयुद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। वहां हालात सुधरने के बजाय बिगड़ते जा रहे हैं। वहीं, सूडान में सोमवार से हौसा और नूबा नाम के दो आदिवासी समुदाय के बीच चल रही हिंसा में अबतक 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। देश के डॉक्टरों के संघ ने बुधवार को कहा कि दक्षिणी सूडान में कई दिनों तक जनजातीय झड़पों में 25 लोगों की मौत हो गई, जिससे देश के प्रतिद्वंद्वी शीर्ष जनरलों के बीच युद्ध की आशंका बढ़ गई है।
हौसा और नूबा जनजातियों के बीच भी हुई झड़प
जानकारी के मुताबिक अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कबाइली झड़पें, वहां छिड़े घमासान से संबंधित थीं या नहीं, जो सेना प्रमुख जनरल अब्देल फत्ताह बुरहान और अर्धसैनिक बल प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान दगालो के बीच चल रहा है। अब्देल फत्ताह बुरहान, और जनरल मोहम्मद हमदान दगालो, जो रैपिड सपोर्ट फोर्स नामक एक शक्तिशाली अर्धसैनिक समूह का नेतृत्व करते हैं। सूडानी स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दक्षिणी सूडान की सीमा से सटे व्हाइट नाइल प्रांत की राजधानी कोस्टी शहर में हौसा और नूबा जनजातियों के बीच सोमवार को आदिवासी हिंसा भड़क उठी।
पूरे सूडान में मारे गए 600 से अधिक लोग
सूडान के दक्षिण और पश्चिम में जनजातिय हिंसा असामान्य नहीं है। देश के व्यापक संघर्ष में अब तक 600 से अधिक लोगों के मारे जाने का दावा किया गया है। हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। साथ ही हिंसा अन्य क्षेत्रों में भी फैल गई है। डॉक्टरों के समूह सूडानी डॉक्टर्स सिंडिकेट के अनुसार, पिछले महीने सशस्त्र लड़ाकों ने पश्चिम दारफुर के जेनेना शहर में हमला किया था, जिसमें कम से कम 100 लोग मारे गए थे।यह भी पढ़ें- आतंकवाद पर चीन फिर हुआ बेनकाब, UN में आतंकी रऊफ को ब्लैक लिस्ट में डालने के भारत के प्रस्ताव पर जताई आपत्ति