ईरान में प्रदर्शनकारियों से दुर्व्यवहार पर संयुक्त राष्ट्र में उठी आवाज, खामनेई मुर्दाबाद के लगे नारे
जेनेवा में प्रेसवार्ता के दौरान संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार की उच्चायुक्त रवीना शमदासानी ने कहा कि हमने प्रदर्शनकारियों के साथ दुर्व्यवार के साथ ही उनके परिवारों का उत्पीड़न भी देखा है। उन्होंने कहा कि अस्पताल से घायल प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया जाना चिंताजनक है।
By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Sat, 29 Oct 2022 12:35 AM (IST)
दुबई, रायटर। ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलन थमता नजर नहीं आ रहा है। जहेदान में शुक्रवार को सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच फिर संघर्ष हुआ है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आफिस में शुक्रवार को हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों के साथ ईरान सरकार के सुलूक पर चिंता जताई गई। कहा, हिरासत में लिए गए प्रदर्शकारियों को छोड़ने से इन्कार के साथ ही मारे गए लोगों के शवों को भी लौटाने से मना किया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार की उच्चायुक्त का बयान
जेनेवा में प्रेसवार्ता के दौरान, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार की उच्चायुक्त रवीना शमदासानी ने कहा कि हमने प्रदर्शनकारियों के साथ दुर्व्यवार के साथ ही उनके परिवारों का उत्पीड़न भी देखा है। उन्होंने कहा कि अस्पताल से घायल प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया जाना चिंताजनक है।
वही, इंटरनेट मीडिया पर शुक्रवार को प्रसारित वीडियो में पाकिस्तान और अफगानिस्तान से सटी दक्षिणपूर्वी सीमा पर जहेदान शहर में सुरक्षा बलों व प्रदर्शनकारियों के बीच फिर संघर्ष दिखाई दे रहा है। प्रदर्शनकारी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामनेई और बासिज मिलिशया के विरुद्ध मुर्दाबाद के नारे लगाते दिखाई दे रहे हैं।