FTX क्या है? दिवालिया क्रिप्टो एक्सचेंज से क्यों सहमा बाजार, US में यूजर्स के लिए क्या है निर्धारित नियम
FTX news वर्ष 2019 में FTX को क्रिप्टो व्यापारियों सैम बैंकमैन-फ्राइड (CEO) और गैरी वांग (CTO) द्वारा लांच किया गया था। FTX का संचालन का मुख्य केंद्र हांगकांग में है। एक्सचेंज का स्वामित्व FTX ट्रेडिंग लिमिटेड के पास है जो एंटीगुआ और बारबुडा में शामिल कंपनी है।
By Ramesh MishraEdited By: Updated: Fri, 18 Nov 2022 11:21 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। अर्थ की दुनिया में क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स को लेकर इन दिनों चर्चा गरम है। यह कंपनी दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गई है। इसके चलते निवेशकों और कस्टमर्स की सांसे अटकी है। ग्राहकों के कम से कम एक अरब डालर की रकम एफटीएक्स में मिसिंग हैं। उधर, कंपनी ने अमेरिका में दिवालिया संरक्षण कानून के तहत आवेदन किया है। कंपनी के संस्थापक और सीईओ सैम बैंकमैन फ्राइड ने इस्तीफा दे दिया है। इस कड़ी में यह भी जानेंगे कि क्या भारत में ऐसी आर्थिक जोखिम की कल्पना की जा सकती है। आखिर भारत में इसके लिए क्या नियम हैं। इसके साथ यह जानेंगे कि एफटीएक्स क्या है।
क्या है एफटीएक्स 1- एफटीएक्स (FTX) पेशेवर व्यापारियों द्वारा निर्मित एक क्रिप्टो क्यूरेंसी एक्सचेंज है। एक्सचेंज नियमित स्पाट ट्रेडिंग तक पहुंच प्रदान करता है। यह एफआईटी में मनी ट्रांसफर और क्रिप्टोकरेंसी की एक विस्तृत श्रृंखला का समर्थन करता है। एफटीएक्स का उद्देश्य खुदरा और संस्थागत व्यापारियों दोनों को पूरा करना है, और अधिक पेशेवर व्यापारियों की ओर तैयार उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करना है।
2- वर्ष 2019 में FTX को क्रिप्टो व्यापारियों सैम बैंकमैन-फ्राइड (CEO) और गैरी वांग (CTO) द्वारा लांच किया गया था। FTX का संचालन का मुख्य केंद्र हांगकांग में है। एक्सचेंज का स्वामित्व FTX ट्रेडिंग लिमिटेड के पास है, जो एंटीगुआ और बारबुडा में शामिल कंपनी है। एक्सचेंज का आदर्श वाक्य है कि FTX को 'व्यापारियों द्वारा व्यापारियों के लिए' बनाया गया था। अन्य क्रिप्टो एक्सचेंजों की तुलना में यह लेनदेन की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। एक शक्तिशाली ट्रेडिंग प्लेटफार्म के संस्थापकों ने अल्मेडा रिसर्च की स्थापना की, जो एक क्रिप्टो क्यूरेंसी फंड है जो वाल्यूम द्वारा कई ट्रेडिंग चार्ट्स में सबसे आगे है।
आखिर इसके लिए अमेरिका में क्या है नियम
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इसके लिए अमेरिका में क्या नियम है। एक रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों को अपने पैसे वापस लेने में वर्षों का वक्त लग सकता है। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि निर्धारित कानून के तहत वसूल की गई रकम पर सबसे पहले हक उनका होता है, जिन्होंने कंपनी को कर्ज दिया होता है। इसके बाद निवेशकों का नंबर आता है। तीसरे नंबर पर कस्टमर्स आते हैं। रायटर्स के मुताबिक ग्राहकों के कम से कम एक अरब डालर की रकम एफटीएक्स में मिसिंग हैं।
भारत में क्रिप्टो एक्सचेंज को लेकर क्या है नियम 1- एक सवाल यह भी उठता है कि अगर भारत में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो तो क्या होगा। यानी देश में एफटीएक्स की तरह कोई बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज या क्रिप्टो निवेशकों के पैसों को संभालने वाली काई संस्था दिवालिया हो जाए तो क्या होगा भारत मे होने पर क्रिप्टो निवशकों या अकाडंट होल्डर्स को पैसा वापस मिलने के चांस और भी कम है।
2- ऐसा इसलिए क्यों कि अभी भारत में क्रिप्टो इंडस्ट्री को लेकर कोई नियम या रेगुलेशन नहीं है। सरकार ने क्रिप्टो ट्रांजैक्शन से होने वाली कमाई पर टैक्स लगाना शुरू कर दिया है, लेकिन अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई बिल नहीं ला पाई है। यही कारण है कि कोई बैंक इन क्रिप्टो एक्सचेंजों से डील भी नहीं कराता है। हालांकि, इसके बावजूद हजारेां की तादाद मे युवा मोटा रिटर्न पाने की आस में इन एसेट्स में अपना पैसा लगा रहे हैं।
दिवालिया होने के पूर्व सैम 15.2 अरब डालर के मालिक 1- एफटीएक्स (FTX) के सीईओ सैम बैंकमैन ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। एफटीएक्स ने अमेरिका में दिवालिया कानून के तहत संरक्षण के लिए भी आवेदन किया है। दिवालिया होने के पूर्व सैम 15.2 अरब डालर के मालिक थे। उनके नेटवर्थ में 24 घंटे में लगभग 94 फीसद की गिरावट आई है। सैम की संपत्ति घट कर 991.5 मिलियन डालर रह गई। किसी भी अरबपति की संपत्ति में 1 दिन में आने वाली यह सबसे बड़ी गिरावट है।
2- सैम अपनी एफटीएक्स की तुलना वारेन बफे से करते थे। एफटीएक्स कंपनी को फाउंडर सैम बैंकमैन को क्रिप्टो की दुनिया का सबसे दिग्गज निवेशक माना जाता था। कई बार सैम की तुलना शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक वारेन बफे से की जाती थी। एफटीएक्स इस सप्ताह अरबों डालर के फंड की कमी के चलते अचानक धाराशायी हो गया था। यह एक्सचेंज धाराशायी तब हुआ जब बाइनेंस की इस सप्ताह की शुरुआत में इसे खरीदने की प्रस्ताविक डील से पीछे हट गई। इसके साथ वह निवेशकों से 9.4 अरब डालर की रकम जुटा पाने में नाकाम रहा।
बिनेंस की डील रद, कंपनी ने दिवालिया के लिए किया आवेदनबता दें कि कुछ समय से फंड की कमी की आशंका के चलते ग्राहक एफटीएक्स को छोड़कर जा रहे थे। इस कारण एफटीएक्स को प्रतिद्वंद्वी कंपनी बिनेंस को बेचने का फैसला किया था। बिनेंस की डील रद होने से 24 घंटे के बाद ही कंपनी ने बीते शुक्रवार को दिवालिया के लिए आवेदन कर दिया है। इस आवेदन में सैन बैंकमैन फ्राइड हेज फंड और अल्मेडा रिसर्च सहित कंपनी से संबंधित 130 सहायक कंपनियों के नाम को शामिल किया गया है।
क्रिप्टो की दुनिया में भूचाल हाई प्रोफाइल एक्सचेंज एफटीएक्स के पतन के बाद क्रिप्टो की दुनिया में भूचाल आया है। इसका परिणाम यह हुआ कि ब्लाक फी BlockFi और गैलेक्सी डिजिटल को पसंद करने वालों की संख्या बढ़ गई है। एक्सचेंज की वेबसाइड पर फारवर्ड थ्रू एवर्सिटी शीर्षक वाले एक नोटिस के अनुसार थर्ड पार्टी पार्टनर की विफलता के कारण सिस्टम में कुछ यूजर्स के बैलेंस असामान्य रूप से रिकार्ड हो गए।