दुनिया के 40 प्रतिशत देश इनडोर धूम्रपान से हुए मुक्त, हर साल 1.3 मिलियन लोग गंवाते हैं अपनी जान: WHO
WHO की एक नई रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि 5.6 अरब लोग अब घातक तंबाकू से जीवन बचाने में मदद करने के लिए कम से कम एक सर्वोत्तम अभ्यास नीति के साथ सुरक्षित हैं जो 2007 की तुलना में पांच गुना अधिक है। बता दें वैश्विक तंबाकू महामारी पर डब्ल्यूएचओ की यह रिपोर्ट लोगों को सेकेंड हैंड धुएं से बचाने पर केंद्रित है।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Tue, 01 Aug 2023 05:24 PM (IST)
जिनेवा, एएनआई। वैश्विक तंबाकू महामारी पर डब्ल्यूएचओ की यह रिपोर्ट जनता को सेकेंड हैंड धुएं से बचाने पर केंद्रित है, जिसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि लगभग 40 प्रतिशत देशों में अब इनडोर सार्वजनिक स्थान पूरी तरह से धूम्रपान मुक्त हैं। जो 2007 की तुलना में पांच गुना अधिक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि 5.6 अरब लोग, जो दुनिया की 71 प्रतिशत आबादी है, अब कम से कम एक सर्वोत्तम अभ्यास नीति के साथ सुरक्षित हैं।
इनडोर सार्वजनिक स्थान हुए धूम्रपान मुक्त
वैश्विक तंबाकू महामारी पर डब्ल्यूएचओ की यह रिपोर्ट जनता को सेकेंड हैंड धुएं से बचाने पर केंद्रित है, जिसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि लगभग 40 प्रतिशत देशों में अब इनडोर सार्वजनिक स्थान पूरी तरह से धूम्रपान मुक्त हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है, जिसमें कहा गया है कि 44 देश WHO के किसी भी एमपॉवर उपाय से असुरक्षित हैं और 53 देशों में अभी भी स्वास्थ्य सुविधाओं में धूम्रपान पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं है। इस बीच, केवल आधे देशों में ही धूम्रपान-मुक्त निजी कार्यस्थल और रेस्तरां हैं।
“हर साल लगभग 1.3 मिलियन लोग सेकेंड हैंड धुएं से मर जाते हैं।” ये सभी मौतें पूरी तरह से रोकी जा सकती हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सेकेंड हैंड तंबाकू के धुएं के संपर्क में आने वाले लोगों को हृदय रोग, स्ट्रोक, सांस की बीमारियों, टाइप 2 मधुमेह और कैंसर से मरने का खतरा होता है।