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France Election: कौन हैं जॉर्डन बार्डेला जो बन सकते हैं फ्रांस के अगले प्रधानमंत्री, युवाओं में भी हैं काफी लोकप्रिय

फ्रांस में प्रधानमंत्री पद के लिए वोटिंग की जा रही है। वहीं फ्रांस के चुनावों में एक नाम काफी सुर्खियों में अब तक रहा है वह जॉर्डन बार्डेला नाम है वह सिर्फ 28 साल के हैं और माना जा रहा है कि वह फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री बन सकते हैं। फ्रांस में जॉर्डन बार्डेला नेशनल रैली के उम्मीदवार हैं और सर्वेक्षणों में आगे चल रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Published: Mon, 01 Jul 2024 12:06 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jul 2024 12:06 AM (IST)
जॉर्डन बार्डेला जो बन सकते हैं फ्रांस के अगले प्रधानमंत्री

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फ्रांस के चुनावों में एक नाम काफी सुर्खियों में अब तक रहा है वह जॉर्डन बार्डेला नाम है वह सिर्फ 28 साल के हैं और माना जा रहा है कि वह फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री बन सकते हैं। जॉर्डन बार्डेला धुर दक्षिणपंथी नेशनल असेंबली (आरएन) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। फ्रांस में जॉर्डन बार्डेला नेशनल रैली के उम्मीदवार हैं और सर्वेक्षणों में आगे चल रहे हैं और उनकी ओर युवाओं का काफी झुकाव है।

हाल के यूरोपीय चुनावों में करारी हार के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने चुनाव की घोषणा की थी। सर्वेक्षणों के मुताबिक आरएन को सबसे बड़ा वोट शेयर हासिल होने की संभावना है। वहीं, जॉर्डन बार्डेला 2017 में मरीन ले पेन की राष्ट्रपति अभियान टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं। फ्रांसीसी राजनीति में उनकी सबसे बड़ी टिकटॉक फॉलोइंग में से एक है और वह युवा प्रशंसकों के साथ सेल्फी लेने के लिए कभी मना नहीं करते।

आरएन के कार्यवाहक अध्यक्ष बने

जॉर्डन बार्डेला ने 2019 में यूरोपीय संसद (एमईपी) के सदस्य और 2015 से इले-डी-फ्रांस के क्षेत्रीय पार्षद के रूप में भी काम किया है। 2022 में मरीन ले पेन द्वारा अपना राष्ट्रपति अभियान शुरू करने के लिए पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद बार्डेला  को आरएन के कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया। हालांकि इसके बाद उनको पार्टी अध्यक्ष चुन लिया गया।

आरएन ने घोषणापत्र में कही ये बात

आरएन के घोषणापत्र का सोमवार को अनावरण किया गया, जिसमें उनकी योजना बताई गई है, जिसमें कहा गया कि फ्रांस में प्रवासियों को लेकर नियम निर्धारित किए जाएंगे। ऊर्जा करों में कटौती की जाएगी और स्कूलों पर अधिक अधिकार स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने मतदाताओं को आश्वस्त करने की भी कोशिश की है कि उनकी पार्टी, जिसे रूस के करीबी के रूप में देखा जाता है, लंबी दूरी के हथियारों के प्रावधान का विरोध करते हुए यूक्रेन को समर्थन देना जारी रखेगी।


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