Covid-19: WHO के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा- भविष्य में यूरोप को कोविड-19 बढ़ने से रोकने के लिए अभी से करने होंगे उपाय
WHO वैश्विक महामारी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। यूरोप में वायरस के बढ़ते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि भविष्य में बढ़ते कोविड-19 के प्रकोप को रोकने के लिए यूरोप को अभी से सख्त कदम उठाने होंगे।
By Ashisha RajputEdited By: Updated: Tue, 19 Jul 2022 07:05 PM (IST)
लंदन, एजेंसी। कोरोना वायरस का प्रकोप दुनिया के कई देशों में एक बार फिर बड़ रहा है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यूरोप को एक गंभीर सलाह दी। उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों को वैक्सीन अभियान में तेजी लानी चाहिए और ओमिक्रोन आफशूट के COVID-19 मामलों में वृद्धि से निपटने के लिए मास्क पहनना चाहिए। अधिकारी ने कहा देश को बाद में करने वाले कड़े उपायों से बचना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक हंस क्लूज ने कहा-
- समाचार एजेंसी रायटर के साथ एक साक्षात्कार में, यूरोप के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक हंस क्लूज ने देशों से शरद ऋतु और सर्दियों में भारी स्वास्थ्य प्रणालियों से बचने के लिए अभी से कार्रवाई करने का आग्रह किया क्योंकि ओमिक्रोन सबवेरिएंट, बीए.5 देश में तेजी से फैल रहा है।
- हंस क्लूज ने एक साथ एक बयान में कहा, और हर हफ्ते करीब 3 हजार लोग इस बीमारी से मर जाते हैं।
- उन्होंने कहा, 'मामलों में वृद्धि हुई है, एक ऐसे समाज के बीच जो लगभग पहले की तरह काम कर रहा है। महामारी स्टेबलाइजर्स की आवश्यकता पर जोर देते हुए, क्लूज ने कहा, जैसे कि शरद ऋतु में अपेक्षित संस्करण-विशिष्ट टीकों से पहले दूसरी बूस्टर खुराक लगाने में तेजी लानी चाहिए। इसके साथ ही मास्क पहनने और बेहतर वेंटिलेशन को बढ़ावा देना चाहिए।
- हंस क्लूज ने कहा इन स्टेबलाइजर्स को बहुत सख्त उपायों से बचने के लिए लागू किया जाना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि समाज आदेशित लाकडाउन के लिए तैयार है।'
- क्लूज ने कहा- 'महामारी और संबंधित लाकडाउन और व्यवधानों के ढाई साल के बाद, देशों को अब भी बढ़ती मुद्रास्फीति और आंशिक रूप से यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण बढ़ी हुई खाद्य असुरक्षा से निपटना पड़ रहा है, लेकिन सरकारों को अभी भी स्वास्थ्य सेवा में और निवेश करने की आवश्यकता है।'
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह यूरोप में लगभग 30 लाख नए COVID-19 मामले सामने आए, जो वैश्विक स्तर पर सभी नए मामलों का लगभग आधा है। यही नहीं अस्पताल में कोविड-19 के भर्ती होने वाले मरीजों का दर उससे दोगुना हो गया है।