Covid In China: चीन में कोरोना से मचा हाहाकार, मामलों की बढ़ोतरी पर WHO ने जताई चिंता
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा कि एजेंसी चीन में गंभीर कोरोनो वायरस बीमारी की बढ़ती रिपोर्ट के बारे में काफी चिंतित है। चीन ने बड़े पैमाने पर अपनी जीरो कोविड नीति में छूट दी जिसके बाद कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने शुरू हो गए।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 22 Dec 2022 05:55 AM (IST)
जेनेवा, एपी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा कि एजेंसी चीन में गंभीर कोरोनो वायरस बीमारी की बढ़ती रिपोर्ट के बारे में काफी चिंतित है। चीन ने बड़े पैमाने पर अपनी जीरो कोविड नीति में छूट दी, जिसके बाद कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने शुरू हो गए। हालांकि चीन ने इस पर आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा है।
चीन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन चिंतित
बुधवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी को चीन में कोविड-19 की गंभीरता पर अधिक जानकारी की आवश्यकता है, विशेष रूप से अस्पताल और गहन देखभाल इकाई में मरीजों के भर्ती की जानकारी की जरूरत है। टेड्रोस ने कहा, 'चीन में गंभीर बीमारी की बढ़ती रिपोर्ट के साथ विकसित स्थिति पर डब्ल्यूएचओ बहुत चिंतित है।' उन्होंने कहा कि जब वैश्विक स्तर पर अपने चरम पर पहुंचने के बाद से कोविड से होने वाली मौतों में 90% से अधिक की गिरावट आई है, तब भी वायरस के बारे में बहुत सारी अनिश्चितताएं है।
चीन में तीन महीने में तीन लहर आएगी
कुछ वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि चीन में COVID-19 के अनियंत्रित प्रसार से नए वेरिएंट का जन्म हो सकता है। चीन में संक्रामक रोग विभाग के मुख्य चिकित्सक वू जुनयोऊ ने कहा है कि कोरोना वायरस का ताजा संक्रमण ठंडक के पूरे मौसम में होगा। तीन महीने में इसकी तीन लहर आएंगी। उन्होंने बताया कि इस समय संक्रमण की पहली लहर चल रही है जो जनवरी के मध्य तक रहेगी।चीन में कब तक रहेगा कोरोना का प्रकोप?
वू जुनयोऊ ने कहा कि इसके बाद दूसरी और तीसरी लहर आएंगी। लेकिन इनमें होने वाली मौतों के बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा है। वू ने यह बात बीजिंग में प्रेस कान्फ्रेंस में कही। बता दें कि पश्चिमी देशों के विशेषज्ञों ने भी चीन में अप्रैल में कोरोना संक्रमण का शीर्ष स्तर आने की बात कही है।ये भी पढ़ें: भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाएंगे स्टार्टअप, 2030 तक जीडीपी में इनकी हिस्सेदारी 30% होगी