फ्रांस में क्यों मनाया जाता है Bastille Day? 14 जुलाई 1789 की घटना ने बदल दी फ्रांसीसी क्रांति की तस्वीर
Bastille Day parade बैस्टिल दिवस मनाने के लिए फ्रांस ने पूरी तैयारी कर ली है। इस समारोह में पीएम मोदी विशिष्ट अतिथि (Guest of Honour) के तौर पर शामिल होंगे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) के खास निमंत्रण पर पीएम मोदी इस समारोह में शिरकत करेंगे। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों फ्रांस में 14 जुलाई को हर साल बैस्टिल दिवस मनाया जाता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Bastille Day parade। बैस्टिल डे परेड के लिए फ्रांस तैयार है। हर साल 14 जुलाई को मनाए जाने वाले बैस्टिल दिवस को लेकर इस साल भारत भी काफी उत्सुक है। बैस्टिल दिवस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) हिस्सा लेने वाले हैं।
बैस्टिल दिवस समारोह में पीएम मोदी विशिष्ट अतिथि (Guest of Honour) के तौर पर शामिल होंगे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) के खास निमंत्रण पर पीएम मोदी इस समारोह में शिरकत करेंगे।
वहीं, भारतीय सशस्त्र बल भी इस समारोह में आयोजित होने वाले परेड में हिस्सा लेंगे। बैस्टिल डे पर होने वाले फ्लाईपास्ट में भारतीय वायुसेना के चार राफेल लड़ाकू विमान और दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमान भाग लेंगे।
आइए, आज जरा जानते हैं कि फ्रांस आखिर बैस्टिल दिवस क्यों मनाता है और इस देश के लिए 14 जुलाई का दिन कितना महत्वपूर्ण है।
फ्रांसीसी क्रांति और बैस्टिल जेल की कहानी
फ्रांस की राजधानी पेरिस में साल 1880 से हर साल 14 जुलाई को इस समारोह का आयोजन किया जाता है। ये दुनिया की सबसे पुरानी सैन्य परेड में से एक है। इतिहास के पन्नों पर नजर डालें तो लुई सोलहवें (Louis XVI) के शासनकाल के दौरान फ्रांस जबरदस्त आर्थिक संकट का सामना कर रहा था।
5 मई, 1789 को देश के स्टेट जनरल ने एक बैठक बुलाई, लेकिन इस बैठक मे थर्ड स्टेट के लोग यानी आम लोगों को शामिल नहीं किया गया। सरकार के इस फैसले से आम जनता काफी नाराज हो गई। फ्रांस की आम जनता ने राजा के खिलाफ विद्रोह कर दिया।
कठोर शासन का प्रतीक था बैस्टिल जेल
बता दें कि 17वीं शताब्दी के बीच राजा के आदेश पर क्रांतिकारियों और नागरिकों को गिरफ्तार करके बैस्टिल जेल में रखा जाता था। इन कैदियों को अपने सजा के खिलाफ कहीं भी अपील करना का अधिकार नहीं था। फ्रांसिसी क्रांति के दैरान ये जेल एक कठोर शासन का प्रतीक बन गया।
फ्रांसीसी क्रांति (French Revolution) के दौरान 14 जुलाई, 1789 को बढ़ी तादाद में फ्रांस की जनता बैस्टिल जेल के बाहर जमा हुई। जनता ने जेल पर हमला बोल दिया और जेल में मौजूद सात कैदियों को छुड़ा लिया गया। यह घटना फ्रांस की क्रांति में घटी एक काफी महत्वपूर्ण घटना थी। ये घटना राजशाही शासन के अंत के तौर पर देखा जाता है।
चार हजार से ज्यादा सैनिक और 200 घोड़े लेंगे परेड में हिस्सा
जानकारी के मुताबिक, रिपब्लिकन गार्ड के 200 घोड़े, 71 प्लेन, 25 हेलीकॉप्टर, 221 वाहन और 4300 सैनिक इस परेड में हिस्सा लेने वाले हैं। जुलााई महीने में देश के कई हिस्सों में डांस, म्यूजिक और कई इवेंट आयोजित की जाती है।