क्यों खास है मिस्र की अल-हकीम मस्जिद, जहां जाएंगे PM मोदी; किन विदेश दौरों में प्रधानमंत्री जा चुके हैं मस्जिद
PM Modi Egypt Visit अल-हाकिम मस्जिद मिस्र की राजधानी काहिरा में स्थित है। 25 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस ऐतिहासिक मस्जिद का दौरा करेंगे। ये वो ही मस्जिद है जिसे 1980 में दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय ने फिर से बनवाया था। इससे पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने UAE म्यांमार ओमान सिंगापुर और इंडोनेशिया की ऐतिहासिक मस्जिद का दौरा किया था।
By Shashank MishraEdited By: Shashank MishraUpdated: Thu, 22 Jun 2023 12:01 AM (IST)
नई दिल्ली, शशांक शेखर मिश्रा। PM मोदी अमेरिका की यात्रा पूरी करके 24 जून को मिस्र पहुंचेंगे। यह वर्ष 1997 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली मिस्र यात्रा होगी। पीएम मोदी की यह यात्रा कई मायने में काफी अहम होगी। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी 11वीं सदी की प्रसिद्ध अल-हकीम मस्जिद भी जाएंगे। बता दें कि ये वही अल-हकीम मस्जिद है, जिसका पुनर्निर्माण 1980 में दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय ने कराया था।
गौरतलब है कि पीएम मोदी का यह ऐसा छठवां विदेशी दौरा होगा, जब वे अपनी यात्रा के दौरान दुनिया की किसी ऐतिहासिक मस्जिद में जाएंगे। पीएम मोदी और राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी के बीच द्विपक्षीय वार्ता 25 जून, 2023 को होगी। इसी दिन पीएम मोदी काहिरा में स्थित अल-हकीम मस्जिद का दौरा भी करेंगे। आइए, आज आपको इस लेख के जरिए अल-हकीम मस्जिद और पीएम मोदी की उन विदेशी यात्राओं से परिचित करायें, जिसमें पीएम ने ऐतिहासिक मस्जिद का दौरा किया था.........।
मिस्र की अल-हकीम मस्जिद के बारे में खास बातें
अल-हाकिम मस्जिद मिस्र की राजधानी काहिरा में स्थित बाब अल-फुतुह के बगल में स्थित है। साल 990 में फातिमी खलीफा अल-अजीज बी-इलाह निजार ने इसकी नींव रखी थी। जिसे साल 1013 में अल-अजीज बी-इलाह निजार के बेटे अल-हकीम के शासनकाल के दौरान पूरा किया गया था।
इसे मिस्र में सबसे पुराने इस्लामी स्मारकों में से एक माना जाता है। साथ ही इसको तैयार कराने वाले अल-हाकिम, मिस्र पर शासन करने वाले सबसे प्रसिद्ध खलीफाओं में से एक थे। बता दें इस मस्जिद को जबल मशबिह के नाम से भी जाना जाता है।
भूकंप में तबाह हो गई थी मस्जिद
साल 1302 में मिस्र में आये भूकंप के कारण अल-हकीम मस्जिद बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। मीनारों के कई मेहराब, आंतरिक खंभे ढह गए थे। फिर बाद में सुल्तान कलावुन द्वारा इस मस्जिद का जीर्णोद्धार किया गया था। हालांकि, तब से मस्जिद का इस्तेमाल जेल, अस्तबल, किले और भंडारगृह के रूप में किया जाने लगा। माना जाता है कि अल-हकीम मस्जिद मिस्र की चौथी सबसे महत्वपूर्ण मस्जिद है। इसकी मीनारों को वॉच-टावर के रूप में उपयोग किया जाता था। इसके किबला आर्केड का उपयोग संग्रहालय के रूप में किया जाता था, जिसे House of the Arab Antiquities कहा जाता था।
खूबसूरत और आकर्षक है अल-हकीम मस्जिद
अल-हकीम मस्जिद की इमारत ईंटों से बनी हुई है, जिसमें चार इवानों से घिरे दो आंगन हैं। आयताकार रूप से बने इस मस्जिद का आकार 120.78 मीटर x 113.01 मीटर है। मस्जिद के चारों ओर बने दीवार इसे बेहद आकर्षक और खूबसूरत बनाते हैं। इतना ही नहीं, मस्जिद के मीनारों के मेहराब को कूफीक लिपि से लिखकर सजाया गया है।दुनिया की इन मस्जिदों में गए हैं पीएम मोदी
- 2015 में पीएम मोदी ने UAE की दो दिवसीय यात्रा के दौरान अबूधाबी में ऐतहासिक शेख जायद ग्रैंड मस्जिद का दौरा किया था। इस दौरान पीएम मोदी ने सेल्फी भी ली थी, यह मस्जिद संयुक्त अरब अमीरात की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद है।
- 2017 में म्यांमार दौरे पर गए पीएम मोदी ने यंगून में स्थित बहादुर शाह जफर की मजार और मस्जिद का दौरा किया था।
- 2018 में पीएम मोदी ओमान के दौरे पर गए थे। उस दौरे में उन्होंने मस्कट की सुल्तान कबूस ग्रैंड मस्जिद का दौरा किया था। ये मस्जिद ओमान की सबसे बड़ी मस्जिद है, जिसे भारतीय पत्थरों से बनवाया गया था।
- 2018 में सिंगापुर में पीएम मोदी ने प्राचीन चिलुआ मस्जिद का भी दौरा किया था।
- 2018 में पीएम मोदी इंडोनेशिया के दौरे पर भी गए थे, इस दौरान उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति के साथ इस्तकलाल मस्जिद का दौरा किया था। इस मस्जिद को दक्षिण पूर्व एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद कहा जाता है।