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Haiti Violence: हैती में क्यों लगी इमरजेंसी और क्यों हो रहे जेलों पर हमले, अब तक 4000 कैदी हुए फरार

Attack On Haiti हैती में बीते रविवार कई हथियारबंद गिरोह ने देश की दो बड़ी जेलों पर हमला किया। इस दौरान जेल से करीब 4000 कैदी फरार हो गए। कैदियों के फरार होने के बाद देशभर में इमरजेंसी लागू कर दी गई है। सरकार का कहना है कि हम कैदियों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस खबर में पढ़ें अपडेट।

By Versha Singh Edited By: Versha Singh Updated: Tue, 05 Mar 2024 03:08 PM (IST)
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Haiti Violence: हैती में क्यों लगी इमरजेंसी और क्यों हो रहे जेलों पर हमले

डिजिटल डेस्क, पोर्ट-ऑ-प्रिंस। Haiti Violence: कैरिबियाई देश हैती में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है। जिसके कारण दुनिया का सबरे खतरनाक देश गृहयुद्ध की चपेट में आ चुका है। वहीं, सश्स्त्र गिरोह ने यहां की दो जेलों पर हमला कर दिया जिसके बाद इस जेल से लगभग 4000 कैदी भाग गए। फरार कैदियों में हत्या, डकैती और किडनैपिंग जैसी घटनाओं को अंजाम देने वाले कई खूंखार अपराधी शामिल हैं।

वहीं, इस घटना के बाद से हैती सरकार ने जेल से फरार हुए कैदियों को फिर से गिरफ्तार करने के लिए देश भर में अगले 72 घंटों के लिए आपातकाल की घोषणा की है।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, जब हैती में जेलों पर हमला हुआ तो वहां कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था। एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के वक्त जेल के सभी दरवाजे खुले पाए गए और सभी कर्मचारी मौके से नदारद थे। हालांकि, हैती सरकार का पूरे घटनाक्रम पर अलग बयान सामने आया है।

सरकार के मुताबिक, जब उपद्रवियों ने जेल पर हमला किया तो पुलिसकर्मी वहां पर मौजूद थे और इस दौरान वे घायल भी हो गए।

लंबे समय से हो रहा सत्ता के लिए संघर्ष

हैती में बीते लंबे समय से सत्ता को लेकर दो पक्षों में संघर्ष हो रहा है। पूर्व पुलिस अधिकारी जिमी चेरिजियर का गिरोह प्रधानमंत्री एरियल हेनरी को सत्ता से हटाना चाहता है, जिन्होंने 2021 में राष्ट्रपति जोवेनेल मोइज की हत्या के बाद से संकटग्रस्त देश का नेतृत्व किया है।

ये गिरोह अपने इरादों को अंजाम देने के लिए हैती के सरकारी संस्थानों पर हमला करता रहता है और हैती के लोगों के मन में मौजूदा सरकार के खिलाफ असंतोष पैदा करना चाहता है।

वहीं, बीती रविवार रात को एक ऐसी ही हिंसक घटना में गिरोह ने हथियारों के साथ देश की जेलों पर हमला किया। हमले के कारण जेलों में बंद लगभग 4000 अपराधी फरार होने में कामयाब रहे। रिपोर्टों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, इस हमले में कई कैदियों सहित पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार, हैती में कई हिसंक गिरोह हैं जो हिंसक गतिविधियों के लिए जाने जाते हैं और ये गिरोह सरकारी संस्थानों के अलावा रिहायशी इलाकों में भी हमले करते हैं।

फुटबॉल स्टेडियम पर भी किया कब्जा

हैती के फुटबॉल महासंघ ने कहा कि गिरोह के बंदूकधारियों ने देश के शीर्ष फुटबॉल स्टेडियम पर भी कब्जा कर लिया है और वहां पर भी तोड़फोड़ की है। हमले के दौरान एक कर्मचारी को घंटों तक बंधक बनाए रखा। राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस के कई इलाकों में गोलीबारी की भी जानकारी सामने आई है।

सेंट्रल बैंक को भी बनाया निशाना

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, हैती की राष्ट्रीय पुलिस में 11 मिलियन से अधिक लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए लगभग 9,000 अधिकारी हैं। वे नियमित रूप से उन गिरोहों द्वारा अभिभूत और पराजित किए जाते हैं, जिनके बारे में अनुमान है कि वे पोर्ट-ऑ-प्रिंस के 80% हिस्से को नियंत्रित करते हैं।

दो सप्ताह से भी कम समय में, कई राज्य संस्थानों पर गिरोहों द्वारा हमला किया गया है, जो तेजी से अपने कार्यों का समन्वय कर रहे हैं और सेंट्रल बैंक जैसे अकल्पनीय लक्ष्यों को चुन रहे हैं।

पिछले हफ्ते हैती के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरोहों द्वारा की गई गोलीबारी के बाद, अमेरिकी दूतावास ने कहा कि वह देश की सभी आधिकारिक यात्रा रोक रहा है और रविवार रात को सभी अमेरिकी नागरिकों से जल्द से जल्द प्रस्थान करने का आग्रह किया।

हेनरी ने की थी विदेश यात्रा

गिरोहों का कहना है कि वे प्रधानमंत्री एरियल हेनरी को हटाना चाहते हैं। हैती में तेजी से शक्तिशाली अपराध समूहों के साथ संघर्ष को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित सुरक्षा बल लाने के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश करने के लिए हेनरी ने पिछले हफ्ते विदेश यात्रा की थी।

जिमी चेरिजियर, एक पूर्व संभ्रांत पुलिस अधिकारी, जिसे बारबेक्यू के नाम से जाना जाता है, जो अब एक गिरोह संघ चलाता है, ने हमलों की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य हैती के पुलिस प्रमुख और सरकारी मंत्रियों को पकड़ना और हेनरी की वापसी को रोकना है।

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