Israel Hamas War: हौथिस ने दी अमेरिका और ब्रिटेन को चेतावनी, बोला- भारी कीमत चुकानी पड़ेगी
हौथी समूह के एक वरिष्ठ सदस्य अब्दुल सलाम जाहफ ने शुक्रवार को एक बयान में कहा ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने लाल सागर में संयुक्त राज्य अमेरिका और यूके (यूनाइटेड किंगडम) के युद्धपोतों पर पश्चिमी साझेदारों के हमले के जवाब में जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं। हुसैन अल-एजी के अनुसार अमेरिका और ब्रिटेन के लड़ाकू विमानों और जहाजों ने यमन पर बड़े पैमाने पर आक्रामक हमला किया।
एएनआई, सना (यमन)। हौथी समूह के एक वरिष्ठ सदस्य अब्दुल सलाम जाहफ ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने लाल सागर में संयुक्त राज्य अमेरिका और यूके (यूनाइटेड किंगडम) के युद्धपोतों पर पश्चिमी साझेदारों के हमले के जवाब में जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं।
इस बीच, हौथी उप विदेश मंत्री, हुसैन अल-एजी ने एक गंभीर चेतावनी जारी की, जिसे उन्होंने "आक्रामकता का जबरदस्त कृत्य" बताया और संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन दोनों के लिए गंभीर परिणाम की धमकी दी।
सीएनएन के अनुसार, हुसैन अल-एजी के अनुसार, अमेरिका और ब्रिटेन के लड़ाकू विमानों और जहाजों ने यमन पर "बड़े पैमाने पर आक्रामक हमला" किया।
सीएनएन ने अल-इजी के हवाले से कहा, हमारे देश पर अमेरिकी और ब्रिटिश जहाजों, पनडुब्बियों, युद्धक विमानों द्वारा बड़े पैमाने पर आक्रामक हमला किया गया था और अमेरिका-ब्रिटेन को निस्संदेह भारी कीमत चुकाने और इस आक्रामकता के सभी गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।
इससे पहले आज, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि लक्षित हमले एक स्पष्ट संदेश थे कि वाणिज्यिक जहाजों के खिलाफ हौथी विद्रोहियों द्वारा हमलों में वृद्धि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बयान में कहा, आज, मेरे निर्देश पर, अमेरिकी सैन्य बलों ने यूनाइटेड किंगडम के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा और नीदरलैंड के समर्थन से यमन में कई ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमले किए। उन्होंने कहा कि हौथी विद्रोही दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण जलमार्गों में से एक में नेविगेशन की स्वतंत्रता को खतरे में डाल रहे हैं।
अपने बयान में, जो बाइडन ने कहा कि ये हमले लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय समुद्री जहाजों के खिलाफ हौथी हमलों की सीधी प्रतिक्रिया में थे, जिसमें इतिहास में पहली बार जहाज-रोधी बैलिस्टिक मिसाइलों (anti-ship ballistic missiles) का उपयोग भी शामिल था।उन्होंने कहा कि इन हमलों ने अमेरिकी कर्मियों, नागरिक नाविकों और हमारे साझेदारों को खतरे में डाल दिया है, व्यापार खतरे में पड़ गया है और नौवहन की स्वतंत्रता को खतरा पैदा हो गया है।
इसके अलावा, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी पुष्टि की कि रॉयल एयर फोर्स ने यमन में हौथी विद्रोहियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सैन्य सुविधाओं के खिलाफ टारगेटेड हमले किए। सुनक ने इसे आत्मरक्षा में सीमित, आवश्यक और आनुपातिक कार्रवाई बताया।ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन नेविगेशन की स्वतंत्रता और व्यापार के मुक्त प्रवाह के लिए हमेशा खड़ा रहेगा।उन्होंने कहा कि हौथिस, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बार-बार चेतावनियों के बावजूद, लाल सागर में हमले करना जारी रख रहे हैं, जिसमें इस सप्ताह ब्रिटेन और अमेरिकी युद्धपोतों पर हमले भी शामिल हैं।
युद्ध शुरू होने के बाद से यमन के हौथिस ने इजरायल पर कई ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं, जिनमें से अधिकांश को रोक दिया गया है।यह भी पढ़ें- Kerala: अपने घर में पिता और दो बच्चे पाए गए मृत, पारिवारिक विवाद का जताया जा रहा संदेह
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