G20 Summit : जेलेंस्की ने खेरसान में रूस पर की जीत की तुलना द्वितीय विश्वयुद्ध के डी डे से की
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दक्षिणी शहर खेरसान पर फिर से कब्जा करने की तुलना कयामत के दिन (डी डे) से की है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान डी डे को 1944 को फ्रांस में मित्र देशों की सेनाओं ने नाजी सेना पर धावा बोला था।
By AgencyEdited By: Arun kumar SinghUpdated: Tue, 15 Nov 2022 05:35 PM (IST)
कीव, एजेंसियां। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दक्षिणी शहर खेरसान पर फिर से कब्जा करने की तुलना कयामत के दिन (डी डे) से की है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान डी डे को 1944 को फ्रांस में मित्र देशों की सेनाओं ने नाजी सेना पर धावा बोला था, उससे मित्र देशों की जीत हुई और नाजी सेना पराजित हुई थी । उन्होंने कहा कि दोनों ही जीत निर्णायक साबित हुई। साथ ही अब रूस के 'विनाशकारी' युद्ध को समाप्त करने और हजारों लोगों की जान 'बचाने' का समय है।
जेलेंस्की ने खेरसान की जीत पर अतीत में कई लड़ाइयों को याद किया
मंगलवार को इंडोनेशिया के बाली में जी 20 शिखर सम्मेलन के एक समूह के लिए वीडियो लिंक के माध्यम से जेलेंस्की ने यूक्रेन के खेरसान की जीत को अतीत में कई लड़ाइयों की याद ताजा कर दिया, जो अतीत के युद्धों में महत्वपूर्ण मोड़ बन गए। उन्होंने कहा कि यह जीत ऐसी है। उदाहरण के लिए डी डे पर फ्रांस के नारमैंडी में मित्र राष्ट्रों की सेनाओं ने धावा बोला था। यह अभी तक बुराई के खिलाफ लड़ाई में अंतिम बिंदु नहीं था, लेकिन इसने आगे की घटनाओं के पूरे कार्य प्रणाली को पहले ही निर्धारित कर दिया है। हम यही महसूस कर रहे हैं।
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अमेरिका ने यूक्रेन का किया समर्थन
लगभग नौ महीने पुराने रूसी आक्रमण में खेरसान से रूसी सेना की वापसी यूक्रेन की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक है, जिसने मास्को को एक और बड़ा झटका दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे यूक्रेन के लिए 'महत्वपूर्ण जीत' करार दिया। G20 बैठक के अलग बाइडन ने कहा कि हम यूक्रेनी लोगों को अपना बचाव करने की क्षमता का समर्थन जारी रखेंगे।
जेलेंस्की ने रूस को जी-19 से बाहर करने की मांग की
जी -20 समिट के अपने संबोधन में जेलेंस्की ने युद्ध अपराध के लिए रूसी सेना और राजनीतिक शख्सियतों के खिलाफ लिए एक विशेष न्यायाधिकरण का गठन करने और कीव को युद्धकालीन मौतों और विनाश के लिए क्षतिपूर्ति करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय तंत्र का गठन करने का आह्वान किया। जेलेंस्की ने जी -20 बैठक को 'जी-19 समिट' के रूप में संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करते हुए रूस को समूह से बाहर रखा जाना चाहिए।जेलेंस्की ने यातना शिविरों और सामूहिक कब्रिस्तानों के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया
जेलेंस्की ने स्पष्ट रूप से पूछा कि हर जगह जब हम अपनी भूमि को रूस से मुक्त कराते हैं तो हम एक चीज देखते हैं - रूस द्वारा बनाये गए यातना शिविर और सामूहिक कब्रिस्तान दिखाई देते हैं। रूस के नियंत्रण वाले में ना जानें कितने कितनी सामूहिक कब्रें हैं ?" पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन का बड़ा हिस्सा अभी भी रूसी नियंत्रण में हैं। पिछले दिनों छुड़ाये गए खेरसान शहर भी अभी भी मास्को के गोले और मिसाइलों की पहुंच के भीतर है।