राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता नहीं करेगा पाकिस्तान, कार्यवाहक प्रधानमंत्री काकर ने अफगान शरणार्थियों को लेकर दी दुहाई
पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने कहा कि एलियंस कहे जाने वाले अफगानों को समायोजित कर देश अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता नहीं कर सकता है। उन्होंने देश से अवैध शरणार्थियों को निकाले जाने को उचित ठहराया है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन-चार दशकों में 40 से 50 लाख शरणार्थी पाकिस्तान आए। इनमें से कई के पास आज भी दस्तावेज नहीं है।
आईएएनएस, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने कहा कि एलियंस कहे जाने वाले अफगानों को समायोजित कर देश अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता नहीं कर सकता है। उन्होंने देश से अवैध शरणार्थियों को निकाले जाने को उचित ठहराया है।
अवैध शरणार्थी को लेकर क्या बोले काकर?
टेलीग्राफ समाचारपत्र में प्रकाशित लेख में काकर ने कहा कि एक ऐसा बेहतर और सुरक्षित देश बनाना लक्ष्य है, जो अपने लोगों को लाभ पहुंचाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की समस्या दूसरे देशों से भिन्न है।
'तीन-चार दशकों में 40-50 लाख शरणार्थी पाकिस्तान आए'
उन्होंने बताया कि पिछले तीन-चार दशकों में 40 से 50 लाख शरणार्थी पाकिस्तान आए। इनमें से कई के पास आज भी दस्तावेज नहीं है। 1951 के शरणार्थी प्रस्ताव और 1967 के प्रोटोकाल में शामिल नहीं होने के बावजूद पाकिस्तान ने उदारतापूर्वक शरणार्थियों को अपनाया। हमने उन्हें रहने की सुविधा दी।
बता दें कि पाकिस्तान में गैरकानूनी रूप से रह रहे अफगान समेत सभी विदेशी शरणार्थियों को निकालने के लिए अभियान चलाया गया है।