पाकिस्तान में खुलेआम चंदा एकत्र कर रहा प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद
पिछले वर्ष फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) से राहत मिलने के बाद जैश फिर से सक्रिय हो गया है। जैश का चंदा जमा करने का काम केवल पेशावर तक ही सीमित नहीं है। इस संगठन को पंजाब गुलाम जम्मू-कश्मीर एवं अन्य क्षेत्रों में देखा जा सकता है।
By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Mon, 24 Apr 2023 08:29 PM (IST)
पेशावर, एएनआई। अपने सुरक्षा बलों पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के हमलों से परेशान पाकिस्तान आतंकी संगठनों को शरण और पोषण देने से बाज नहीं आ रहा है। संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद पेशावर शहर में खुलेआम चंदा एकत्र कर रहा है।
एफएटीएफ की ग्रे सूची से पाकिस्तान के बाहर आने के बाद सक्रियता बढ़ा
पिछले वर्ष फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) से राहत मिलने के बाद जैश फिर से सक्रिय हो गया है। जैश का चंदा जमा करने का काम केवल पेशावर तक ही सीमित नहीं है। इस संगठन को पंजाब, गुलाम जम्मू-कश्मीर एवं अन्य क्षेत्रों में देखा जा सकता है।
निर्वासित नेता एवं यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) के संस्थापक शौकत अली कश्मीरी ने ट्वीट में कहा, 'प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद पेशावर में खुलेआम चंदा जमा कर रहा है। इससे देश में इस आतंकी संगठन के फिर से सिर उठाने की आशंका पैदा हो गई है। यह कई आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है।'
आतंकी संगठन को मिल रहा है पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों का समर्थन
जैश को पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों का खुलेआम समर्थन मिल रहा है। अक्टूबर 2022 में वैश्विक आतंकी-वित्त पोषण निगरानी संस्था एफएटीएफ ने पाकिस्तान को अपनी ग्रे सूची से हटाने की घोषणा की थी। ट्विटर यूजर आसिफ अफरीदी ने बताया कि ईद की नमाज के दौरान आतंकी संगठन के सदस्य पेशावर में खुलेआम चंदा वसूलते देखे गए। यह काम सुरक्षाकर्मियों के सामने हो रहा था। जबकि ट्विटर यूजर एहसानुल्ला खान जादून ने निराशा व्यक्त की और कहा है कि पाकिस्तान में इस तरह से चंदा जुटाना आम है।