सेना प्रमुख की नियुक्ति पर बिलावल भुट्टो ने दी चेतावनी, कहा- राष्ट्रपति ने दखल दिया तो परिणाम भुगतने होंगे
अप्रैल में सत्ता में आने के बाद शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार ने पहली बार इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के साथ संवाद की पहल की है। वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से मुलाकार कर राजनीतिक मुद्दे को सुलझाने की अपील की।
By AgencyEdited By: Arun kumar SinghUpdated: Sun, 20 Nov 2022 06:31 PM (IST)
इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान में नए सेना प्रमुख की नियुक्ति को लेकर अटकलें जारी हैं। इस बीच, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने स्पष्ट किया है कि देश केवल प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा नियुक्त सेना प्रमुख को स्वीकार करेगा। केवल उन्हीं के पास इसकी संवैधानिक शक्ति है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने दखल की कोशिश की तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।
विदेश मंत्री ने कहा, संविधान के अनुसार, पीएम के पास ही नियुक्ति की शक्ति
द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, बिलावल ने कहा कि राष्ट्रपति के पास संविधान को बरकरार रखते हुए सही पक्ष में खड़े रहने का आखिरी मौका है, लेकिन अगर उन्होंने प्रधानमंत्री के अधिकार को अवरुद्ध करने की कोशिश की तो इसके परिणाम भुगतने होंगे। बिलावल ने यह बात इस सवाल के जवाब में कही कि क्या राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सेना प्रमुख की नियुक्ति के संबंध में प्रधानमंत्री द्वारा जारी प्रक्रिया को रोक दिया है। बिलावल ने कहा कि देखना होगा कि वह संविधान का पालन करते हैं या अपने मित्र के प्रति वफादारी दिखाते हैं। उल्लेखनीय है कि मौजूदा सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा 29 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।वित्त मंत्री इशाक ने राष्ट्रपति से मिल की संकट सुलझाने की पहल
अप्रैल में सत्ता में आने के बाद शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार ने पहली बार इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के साथ संवाद की पहल की है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से मुलाकार कर राजनीतिक मुद्दे को सुलझाने की अपील की।सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति ने कहा है कि उनका संदेश वह पीटीआइ नेतृत्व तक पहुंचा देंगे। वित्त मंत्री ने तीन दिनों में राष्ट्रपति अल्वी से दो बार मुलाकात की। वहीं, इस पर पूछे जाने पर पीटीआइ ने भी इसमें रुचि दिखाई है। वह चाहती है कि जल्द से जल्द आम चुनाव की तिथि घोषित कर दी जाए।इसे भी पढ़ें: भारत के लिए कितना मायने रखता है पाकिस्तान का नया आर्मी चीफ, जानें- कौन ले सकता है जनरल बाजवा की जगह