ईशनिंदा के आरोपों के बीच PAK में चीनी नागरिक असुरक्षित, आरोपी चीनी नागरिक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत
पाकिस्तान पुलिस ने खैबर पख्तूनख्वा में एक चीनी नागरिक को ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी अदालत ने ईशनिंदा के आरोपित चीनी नागरिक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
By Jagran NewsEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Wed, 19 Apr 2023 03:20 AM (IST)
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजनाओं पर काम करने वाले चीनी नागरिक असुरक्षित हैं। चीनी नागरिक आतंकवाद और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के बाद अब ईशनिंदा के शिकार हो रहे हैं। ताजा मामला पाकिस्तान पुलिस ने खैबर पख्तूनख्वा में एक चीनी नागरिक को ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी अदालत ने ईशनिंदा के आरोपित चीनी नागरिक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस ने कहा कि ऊपरी कोहिस्तान जिले में पाकिस्तान की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना दसू में काम कर रहे चीनी प्रबंधक ने शुक्रवार को कथित रूप से ईशनिंदा पूर्ण टिप्पणी की थी।
दसू परियोजना में साल 2021 में मारे गए थे नौ चीनी श्रमिक
दसू परियोजना वह जगह है जहां 2021 में नौ चीनी श्रमिक मारे गए थे, जब आतंकवादियों ने उनके वाहनों में विस्फोट कर दिया था। विस्फोट में नौ चीनी नागरिकों सहित 13 लोगों की मौत हुई थी। मारे गए लोगों में से नौ चीनी नागरिक और दो फ्रंटियर कोर के सैनिक शामिल थे। दो हफ्ते बाद दक्षिणी छोर पर कराची में एक हमले में एक और चीनी नागरिक को गोली मारकर घायल कर दिया गया था।
पिछले साल कराची में भी गई थी तीन चीनी ट्यूटर की जान
वहीं, पिछले साल कराची विश्वविद्यालय के कन्फ्यूशियस सेंटर में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की एक महिला द्वारा किए गए एक आत्मघाती अभियान में तीन चीनी ट्यूटर और उनके ड्राइवर मारे गए थे। इतना ही नहीं, जुलाई 2021 में खैबर-पख्तूनख्वा में चीनी कामगारों को ले जा रही एक बस पर हमला हुआ, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई और 28 अन्य घायल हो गए थे। वहीं, ईशनिंदा के आरोप से भड़के लोगों ने सोमवार को बरसीन के पास एक चीनी शिविर में घुसने की कोशिश की। डान अखबार ने 17 अप्रैल, 2023 को बताया कि बड़ी संख्या में लोग कोमिला पहुंचे और बार-बार नारे लगाते हुए काराकोरम राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया।तियान की गिरफ्तारी के बाद खत्म हुआ प्रदर्शन
पुलिस के अनुसार, ईशनिंदा का मामला सामने आने के बाद स्थानीय भीड़ ने परियोजना स्थल के पास स्थित चीनी शिविर में घुसने की कोशिश की थी। भीड़ को नियंत्रित किया गया, लेकिन सोमवार को वह फिर से इकट्ठे हो गए। लोगों ने छह से सात घंटे कर प्रदर्शन किया और विरोध करते हुए काराकोरम राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। भारी विरोध के बाद पुलिस ने तियान को गिरफ्तार किया। इसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ। वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि इस्लामाबाद स्थित दूतावास मामले को देख रहा है। उन्होंने कहा कि चीन सरकार विदेश में रह रहे अपने नागरिकों को मेजबान देश के नियम कायदों का अनुपालन करने और स्थानीय रीति रिवाजों और परंपराओं को सम्मान देने के लिए कहती है।