तोशाखाना मामले में ECP आज सुनाएगा फैसला, इमरान खान के लिए बेहद खास है आज का दिन, बढ़ी हुई हैं धड़कनें
पाकिस्तान चुनाव आयोग आज तोशाखाना मामले में अहम फैसला सुनाने वाला है। यही वजह है कि इमरान खान और उनकी पार्टी की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। इमरान खान को आशंका है कि ये फैसला उनके खिलाफ ही आएगा।
नई दिल्ली (आनलाइन डेस्क)। हिचकोले खाती पाकिस्तान की राजनीति में में देश के पूर्व और मौजूदा पीएम के बीच दांवपेंच का दौर लगातार जारी है। राजनीति की बिसात पर दोनों ही मौहरे एक दूसरे को मात देने के लिए लगातार नया दांव चल रहे हैं। इस दांवपेच में आज का दिन बेहद खास है। खास इसलिए क्योंकि आज देश का चनाव आयोग तोशाखाना मामले में अपना अहम फैसला सुनाने वाला है। इस मामले में पहले ही इमरान खान खुद को बेकसूर बताते हुए कह चुके हैं कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। वो लगातार देश के चुनाव आयोग के प्रमुख पर भेदभाव करने और सरकार के दिशा-निर्देशों पर काम कर रहे हैं।
इमरान खान का आरोप
इमरान लगातार आरोप लगा रहे हें कि प्रमुख चुनाव आयुक्त उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ निर्णय ले रहे हैं। उनकी पार्टी की तरफ से प्रमुख चुनाव आयुक्त को तुरंत बर्खास्त करने के लिए एक याचिका सुप्रीम जूडिशियल काउंसिल में दायर भी की गई है। इमरान खान को दरअसल, आशंका है कि आयोग उन्हें राजनीति से भी बाहर करने के लिए फैसला सुना सकता है। यही वजह है कि इस फैसले में उनका राजनीतिक करियर ही दांव पर लगा हुआ है।
इमरान की बढ़ी हुई हैं धड़कनें
आयोग ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। आयोग के पांच सदस्य जांच कमेटी ने इस मामले की सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। इस मामले मं इमरान खान को दो बार आयोग के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखना पड़ा था। अब जबकि इस मामले में फैसला कभी भी आ जाएगा तो पीटीआई के लिए ये वक्त धड़कनें बढ़ाने वाला है।
PTI ने आरोपों को किया खारिज
पाकिस्तान मीडियाक के मुताबिक पीटीआई के खिलाफ ये मामला चुनाव आयोग में सांसद राजा अशरफ ने दायर किया था। उनका आरोप है कि इमरान खान ने तोशाखाना मामले में बेचे गए गिफ्ट की जानकारी छिपाई थी। उन्होंने मांग की है कि इमरान खान को आयोग को अयोग्य घोषित कर देना चाहिए। बता दें कि इस मामले में इमरान खान पर सरकार को विदेशों से मिले दो तौहफों को बेचकर फंड इकट्ठा करने का आरोप है। इमरान खान का कहना है कि उन्होंने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है। इस मामले में इमरान खान के वकील की तरफ से कहा गया है कि सरकार की तरफ से इमरान खान के खिलाफ गलत साक्ष्य और दलीलें पेश की गई हैं।