Pakistan Election: पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने अगले साल फरवरी में आम चुनाव की जताई उम्मीद, बैठक कर दी जानकारी
रिपोर्ट के मुताबिक अगर चुनाव फरवरी में भी कराए जाते हैं तब भी यह संविधान का उल्लंघन होगा क्योंकि विधानसभा भंग होने के 90 दिनों के भीतर चुनाव कराने होते हैं। इसके अलावा यह इस आशंका को दूर करता है कि नए जनगणना ब्लॉकों के साथ तालमेल के बहाने तय सीमा निर्धारण के बाद चुनावों में कई महीनों की देरी हो सकती है।
By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Sat, 26 Aug 2023 10:54 AM (IST)
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने अगले साल फरवरी में होने वाले अगले आम चुनावों के लिए उम्मीदें जगाते हुए कहा कि वह निर्वाचन क्षेत्रों के सीमा-निर्धारण पर काम करेगा और मतदाता सूची को साथ-साथ अपडेट करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि तैयारी का काम कम से कम समय में पूरा हो जाए। स्थानीय मीडिया डॉन ने यह खबर दी है।
यह आश्वासन पीएमएल-एन प्रतिनिधिमंडल को दिया गया, जिसने शुक्रवार को चुनाव के रोडमैप पर ईसीपी के साथ एक परामर्शी बैठक की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर चुनाव फरवरी में भी कराए जाते हैं, तब भी यह संविधान का उल्लंघन होगा क्योंकि विधानसभा भंग होने के 90 दिनों के भीतर चुनाव कराने होते हैं। इसके अलावा, यह इस आशंका को दूर करता है कि नए जनगणना ब्लॉकों के साथ तालमेल के बहाने तय सीमा निर्धारण के बाद चुनावों में कई महीनों की देरी हो सकती है।
यदि निर्णय लागू किया जाता है, तो यह सुनिश्चित हो जाएगा कि मार्च में आधे सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने से पहले सीनेट के लिए इलेक्टोरल कॉलेज मौजूद है।
चुनावी सर्वेक्षणों को अपडेट करने का काम किया शुरू
ईसीपी प्रवक्ता के अनुसार, आयोग ने दोनों प्रक्रियाओं को एक साथ पूरा करने के उद्देश्य से एक साथ तय सीमा-निर्धारण और चुनावी सर्वेक्षणों को अपडेट करने का काम शुरू कर दिया था।हालांकि, उन्होंने उन अटकलों से इनकार किया कि ईसीपी दिसंबर में सीमा-निर्धारण प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ही मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है।