पाकिस्तान में फिर से भुखमरी, सरकार की विफलता से गहराया आटा संकट; ब्लैक मार्केट में आसमान छू रही कीमतें
पाकिस्तान में आटा संकट गहरा गया है। आवश्यक वस्तुएं ब्लैक मार्केट में बेची जा रही हैं। ऐसे में आम लोगों के लिए दो समय का भोजन जुटाना अत्यंत कठिन हो गया है। सरकार की निष्क्रियता के कारण फ्लोर मिल मालिकों ने कीमतें बढ़ा दी हैं जिससे 20 किलो आटे की बोरी खुले बाजार में 2850-3050 पाकिस्तानी रुपये में बेची जा रही है।
एएनआई, रावलपिंडी। पाकिस्तान में आटा संकट गहरा गया है। आवश्यक वस्तुएं ब्लैक मार्केट में बेची जा रही हैं। ऐसे में आम लोगों के लिए दो समय का भोजन जुटाना अत्यंत कठिन हो गया है। सरकार की निष्क्रियता के कारण फ्लोर मिल मालिकों ने कीमतें बढ़ा दी हैं, जिससे 20 किलो आटे की बोरी खुले बाजार में 2850-3050 पाकिस्तानी रुपये में बेची जा रही है।
सरकार की विफलता के कारण बढ़ी कीमतें
2018 में नवाज शरीफ के प्रधानमंत्री रहने के दौरान 20 किलो आटे की बोरी 790 रुपये प्रति बोरी थी, लेकिन पंजाब सरकार की विफलता के कारण फ्लोर मिल मालिकों को गरीब नागरिकों को लूटने की स्वतंत्रता मिल गई है। इतिहास में पहली बार पंजाब सरकार ने मिल मालिकों के लिए गेहूं का कोटा जारी नहीं किया है। इसका परिणाम यह है कि लोगों को काले बाजार से मनमानी कीमत पर आटा खरीदने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है।
पाकिस्तान में मार्केट से गायब हुए आटे
फ्लोर मिल मालिकों ने एक सप्ताह से ज्यादा समय से रावलपिंडी और इस्लामाबाद के सरकारी स्टोर को आटे की आपूर्ति बंद कर दी है। दि न्यूज इंटरनेशनल समाचार पत्र के अनुसार, ये सरकारी स्टोर आटे का 10 किलो का बैग 1420 रुपये में बेचते थे, लेकिन एक सप्ताह से ज्यादा समय से आटा यहां उपलब्ध नहीं है।