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पार्टी के लोगों को झूठे मामलों में फंसा रही सरकार, इमरान खान ने दो लापता पत्रकारों के संबंध में मांगी जानकारी

पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सरकार पर झूठे आरोप लगाकर सनसनी फैलाने और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया है। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने पीटीआइ को कमजोर करने की सरकार की कोशिश की निंदा की है।फाइल फोटो।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Mon, 29 May 2023 05:00 AM (IST)
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पार्टी के लोगों को झूठे मामलों में फंसा रही सरकार: इमरान खान। फाइल फोटो।
इस्लामाबाद, एएनआई। पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सरकार पर झूठे आरोप लगाकर सनसनी फैलाने और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया है। इमरान ने दो पत्रकारों- सामी इब्राहीम और इमरान रियाज खान के बारे में जानकारी देने की सरकार से मांग की है।

हिरासत में लिए जाने के बाद पत्रकार लापता

उन्होंने कहा कि दोनों पत्रकारों को सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में लिया था और उसके बाद से वे लापता हैं। देश पूछ रहा है कि वे दोनों पत्रकार कहां हैं। उल्लेखनीय है कि दोनों पत्रकार इमरान की नीतियों का समर्थन करने वाले हैं।

पत्रकारों को अदालत में नहीं किया गया पेश

इमरान ने कहा, "हिरासत में लेने के बाद किसी भी व्यक्ति को 48 घंटे के भीतर न्यायालय में पेश करना होता है लेकिन दोनों पत्रकारों को न अदालत में पेश किया गया और न ही उनके बारे में कोई जानकारी दी जा रही है, ऐसे में आशंकाएं पैदा हो गई हैं। ऐसा कर शहबाज शरीफ सरकार मीडिया को डराने की कोशिश कर रही है।"

सुरक्षा एजेंसियों को बदनाम करने की कोशिश में इमरान- गृह मंत्री

इससे पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सन्नाउल्ला ने कहा कि खुफिया एजेंसियों ने ऐसी फोन काल सुनी हैं, जिनमें इमरान खान सुरक्षा एजेंसियों को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। ऐसा वह सरकार की छवि धूमिल करने के लिए कर रहे थे।

पीटीआइ को कमजोर करने की कोशिश

मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने पीटीआइ को कमजोर करने की सरकार की कोशिश की निंदा की है। कहा है कि जिस तरह से पार्टी के सांसदों और नेताओं पर दबाव डालकर उनसे इस्तीफे दिलवाए जा रहे हैं और उन्हें राजनीति से दूर किया जा रहा है, वह निंदनीय है। अल्ताफ कई दशकों से ब्रिटेन में रहकर पाकिस्तान की राजनीति में दखल देते हैं।