Attack on Hindu community In Bangladesh: बांग्लादेश में फेसबुक पोस्ट को लेकर हिंदू मंदिर और घरों में तोड़फोड़, पलायन के लिए मजबूर हुए लोग
Attack on Hindu community In Bangladesh कथित रूप से इस्लाम को कथित तौर पर कमतर करने वाली एक फेसबुक पोस्ट को लेकर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने दक्षिण-पश्चिमी बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के एक मंदिर दुकानों और कई घरों में तोड़फोड़ की है।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Sun, 17 Jul 2022 03:47 PM (IST)
ढाका, एजेंसी। मुस्लिम बाहुल्य बांग्लादेश में हिंदुओं को एक बार फिर निशाना बनाया गया। फेसबुक पर इस्लाम के संबंध में एक तथाकथित विवादित पोस्ट के बाद दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने हिंदू समुदाय के एक मंदिर, कई घरों और दुकानों में तोड़फोड़ की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना नारेल जिले के सहपारा गांव में शुक्रवार शाम को हुई।
फेसबुक पर इस्लाम के संबंध में की गई तथाकथित विवादित पोस्ट
- स्थानीय पुलिस स्टेशन के एक निरीक्षक हरन चंद्रपाल ने बताया कि गांव में हिंदुओं के धार्मिक स्थल व घरों में तोड़फोड़ की गई। एक घर में आग लगा दी गई। हमलावर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। यह जानकारी समाचार एजेंसी पीटीआई ने दी है।
आपत्तिजनक पोस्ट पर फूटा गुस्सा
- हारन ने कहा कि एक युवक ने फेसबुक पर कुछ आपत्तिजनक पोस्ट किया, जिससे मुसलमानों में गुस्सा फूट पड़ा। तलाश करने पर युवक का पता नहीं चलने पर पुलिस उसके पिता को थाने ले गई।हिंदुओं के घरों पर बोला हमला
शुक्रवार की नमाज के बाद हिंदू युवक की पोस्ट पर तनाव बढ़ गया। मुसलमानों के एक समूह ने दोपहर में हिंदुओं के घरों के बाहर प्रदर्शन किया। बाद में उन्होंने घरों पर हमला बोल दिया। शाम करीब साढ़े सात बजे गांव के एक मंदिर पर भी ईंटें फेंकीं। मंदिर के अंदर के फर्नीचर को भी तोड़ दिया। द डेली स्टार अखबार ने बताया कि कई दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई। अभी तक किसी हमलावर को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
- नरेल के पुलिस अधीक्षक प्रबीर कुमार राय ने कहा कि घटना की जांच कर रहे हैं। हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी। इलाके में पुलिस बलों को तैनात किया गया है।
लूटपाट के बाद एक घर में आग भी लगाई
- पीड़ित दीपाली रानी ने कहा कि एक समूह ने हमारा सारा कीमती सामान लूट लिया। दूसरा समूह आया और घर घुस गया, चूंकि लूटने के लिए कुछ नहीं बचा था, इसलिए उन्होंने हमारे घर में ही आग लगा दी।'