पाकिस्तान में सरकार और विपक्षी पीटीआइ के बीच खींचतान के खतरनाक मोड़ पर पहुंचने के संकेत हैं। पाकिस्तानी हुकूमत इमरान खान पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। पाकिस्तान में कैसे तेजी से बदल रहे सियासी समीकरण जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Sun, 02 Oct 2022 03:54 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। पाकिस्तान में सरकार और विपक्षी पीटीआइ के बीच खींचतान चरम पर है। रिपोर्टों के हवाले से इस खींचतान के खतरनाक मोड़ पर पहुंचने के संकेत साफ नजर आ रहे हैं। एकतरफ पाकिस्तानी हुकूमत इमरान खान पर शिकंजा कसने की तैयारी में है तो दूसरी तरफ पीटीआइ प्रमुख ने भी सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। ऐसे में जब पाकिस्तानी आवाम सरकार और विपक्ष से मदद की आस लगाए है तो शहबाज शरीफ की अगुवाई वाली हुकूमत और इमरान आपसी नूराकुश्ती में मशगूल हैं। प्रस्तुत है पाकिस्तान में तेजी से बदल रहे सियासी हालात की पड़ताल करती रिपोर्ट...
शहबाज कैबिनेट ने लिया बड़ा फैसला
समाचार एजेंसी पीटीआइ ने पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से बताया है कि शहबाज शरीफ की अगुवाई वाले मंत्रिमंडल ने रविवार को औपचारिक रूप से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ उनके कथित ऑडियो लीक पर कानूनी कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया है। इस ऑडियो लीक का संज्ञान लेते हुए कैबिनेट ने छानबीन के लिए 30 सितंबर को एक समिति गठित की थी जिसने मामले में कानूनी कार्रवाई की सिफारिश कर दी है।
राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बताया
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय कैबिनेट ने अपनी सिफारिश में कहा है कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। इसके राष्ट्रीय हितों के लिए गंभीर निहितार्थ हैं। चूंकि मामला बेहद गंभीर है इसलिए कानूनी कार्रवाई जरूरी है। कैबिनेट ने रविवार को ऐसी सिफारिशों के जरिए छानबीन को मंजूरी प्रदान कर दी।
अब आगे क्या..?
कैबिनेट की सिफारिश के बाद अब मामला केंद्रीय जांच एजेंसी के पास जाना तय है। संघीय जांच एजेंसी को अमेरिकी साइबर के मामले और संबंधित ऑडियो लीक की जांच का काम सौंपा जाएगा। अब तक दो ऑडियो लीक सामने आ चुके हैं जिन्होंने इमरान खान की सिरदर्दी बढ़ाने का काम किया है।
क्या है ऑडियो लीक में...
इन ऑडियो लीक में इमरान खान को कथित तौर पर विवादास्पद अमेरिकी साइबर पर चर्चा करते हुए सुना जा सकता है। Geo News के मुताबिक इमरान चर्चा कर रहे हैं कि अप्रैल में उनके निष्कासन को एक साजिश के रूप में दिखाने के लिए कैसे अमेरिकी साइबर का फायदा उठाया जाए। इसमें पूर्व मंत्री असद उमर और तत्कालीन सचिव आजम खान से चर्चा शामिल है। पहला आडियो बुधवार को सामने आया जिसमें इमरान खान कथित तौर पर आजम से बात कर रहे हैं और उन्हें निर्देशित कर रहे हैं।
ऑडियो लीक से सरकार को मिला मौका
अभी तक पाकिस्तान की सियासत में देखा जा रहा था कि इमरान खान तल्ख तेवरों के साथ सरकार को लगातार घेर रहे थे। अब इस ऑडियो लीक ने शहबाज सरकार को पलटवार का एक बड़ा तगड़ा हथियार दे दिया है। इमरान खान के दावों के केंद्र में मध्य एवं दक्षिण एशिया के सहायक अमेरिकी विदेश मंत्री डोनाल्ड लू हैं। इमरान खान ने लू पर अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत असद मजीद को धमकी देने और अविश्वास मत के जरिए सरकार को हटाने का आरोप लगाया।
इमरान पर एक और गंभीर आरोप
इस बीच इमरान खान पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता एक और गंभीर आरोप लगा रहे हैं। पीएमएल-एन के नेताओं के मुताबिक पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से गोपनीय दस्तावेज (सिफर) चोरी करने का आरोप है। नेताओं का कहना है कि इस अपराध के लिए इमरान खान पर गोपनीयता अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए। नेताओं ने कहा कि संसद इमरान खान के खिलाफ अनुच्छेद-6 को लागू करने का फैसला करेगी।
इस्लामाबाद पुलिस ने भी चेताया
इमरान खान एक और मामले में भी घिरते नजर आ रहे हैं। इस्लामाबाद के मजिस्ट्रेट ने इमरान खान के खिलाफ एक महिला न्यायाधीश के खिलाफ की गई उनकी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इस मामले में इस्लामाबाद पुलिस ने चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान इस मामले में अदालत के सामने पेश होने में विफल रहे तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। हालांकि इस मामले में इमरान खान ने एक हलफनामा दाखिल किया है।
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