विश्व के हर मंच पर मात खा चुके इमरान ने भारत को दी परमाणु हमले की गीदड़भभकी
पाकिस्तान की बदतर हालत से ध्यान हटाने के लिए इमरान खान ने नया राग अलापना शुरू कर दिया है। इमरान खान ने भारत के खिलाफ युद्ध और परमाणु हथियार के प्रयोग की धमकी दी।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Tue, 27 Aug 2019 07:44 AM (IST)
इस्लामाबाद, प्रेट्र। कश्मीर मसले पर दुनियाभर में अलग-थलग पड़ चुका पाकिस्तान अब परमाणु हमले की गीदड़ भभकी देने पर उतर आया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कहा, 'क्या ये बड़े देश सिर्फ अपने आर्थिक हित ही देखते रहेंगे। उन्हें याद रखना चाहिए, दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं। परमाणु युद्ध में कोई विजेता नहीं होगा। ये न सिर्फ इस क्षेत्र में कहर बरपाएगा बल्कि पूरी दुनिया को इसके परिणाम भुगतने होंगे। अब यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर निर्भर है।' हताशा में इमरान खान ने यहां तक कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र महासभा समेत हर अंतरराष्ट्रीय फोरम पर कश्मीर मसले को उठाएंगे।
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फ्रांस में जी-7 सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के बाद राष्ट्र के नाम संबोधन में इमरान खान ने पाकिस्तानी आवाम को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार तब तक कश्मीरियों के साथ खड़ी रहेगी, जब तक भारत घाटी में से पाबंदियां नहीं हटा लेता।
फ्रांस में जी-7 सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के बाद राष्ट्र के नाम संबोधन में इमरान खान ने पाकिस्तानी आवाम को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार तब तक कश्मीरियों के साथ खड़ी रहेगी, जब तक भारत घाटी में से पाबंदियां नहीं हटा लेता।
कश्मीर पर अपनी सरकार की रणनीति को रेखांकित करते हुए इमरान ने कहा, 'सबसे पहले तो मेरा यह मानना है कि पूरा देश कश्मीरियों के साथ खड़ा होना चाहिए। मैंने कहा है कि मैं कश्मीर के दूत के रूप में काम करूंगा।' अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने प्रस्तावित संबोधन का जिक्र करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं दुनिया को इस बारे में बताऊंगा। जिन राष्ट्राध्यक्षों के साथ मैं संपर्क में हूं उनके साथ मैंने यह विचार साझा किया है। मैं यह मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में भी उठाऊंगा।'
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मुस्लिम देशों का नहीं नहीं मिला साथ
उन्होंने कहा, 'मैंने अखबारों में पढ़ा है कि लोग इस बात से निराश हैं कि मुस्लिम देश कश्मीर के साथ नहीं हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि निराश न हों। अगर कुछ देश अपने आर्थिक हितों के कारण इस मुद्दे को नहीं उठा रहे हैं, आखिर में वे भी इस मुद्दे को उठाएंगे। समय के साथ उन्हें यह करना ही होगा।' इमरान ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाकर 'ऐतिहासिक भूल' की है। उन्होंने कहा, 'यह संयुक्त राष्ट्र की जिम्मेदारी है, उन्होंने कश्मीरी लोगों से वादा किया था कि वे उनकी हिफाजत करेंगे। ये इतिहास रहा है कि वैश्विक संस्थाओं ने हमेशा से ताकतवर का साथ दिया है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र को समझना चाहिए कि 1.25 अरब मुस्लिम इसे लेकर फिक्रमंद हैं।' यह भी पढ़ें: यूएई से पीएम मोदी को मिले सम्मान पर पाकिस्तानियों को शाह महमूद कुरैशी ने यूं पढ़ाई पट्टी फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन की तैयारी
इमरान खान ने यह भी दावा किया, 'हमें जानकारी मिली है कि वे एक फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन की तैयारी कर रहे थे जैसी उन्होंने कश्मीर मसले से ध्यान भटकाने के लिए बालाकोट में की थी।' इस दौरान उन्होंने भारत के प्रति अपनी शांति पहल का जिक्र करते हुए कहा, 'चुनाव (भारत में) के बाद हमें अहसास हुआ कि उनका अलग ही एजेंडा था और उन्होंने पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) में ब्लैकलिस्ट करने की कोशिश की।' पाकिस्तान हर तरह के युद्ध के लिए तैयार : कुरैशी
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि उनका देश हर तरह के युद्ध के लिए तैयार है। चेतावनी देने वाले अंदाज में उन्होंने कहा कि दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच लड़ाई से पूरा क्षेत्र प्रभावित होगा। विदेश मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से गैरकानूनी तरीके से अनुच्छेद 370 हटाकर भारत ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को खतरे में डाल दिया है। भारत अपने अत्याचारों और मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए कुछ भी कर सकता है। पेरिस में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सारे मुद्दे द्विपक्षीय हैं। इसमें हम दुनिया के किसी भी देश को कष्ट नहीं देते हैं। भारत और अमेरिका लोकतांत्रिक मूल्यों वाले देश हैं। हम दुनिया की भलाई के लिए मिलकर काम करेंगे। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने व्यापार के बारे में बात की हैं, हमने सैन्य और कई अलग-अलग चीजों के बारे में बात की हैं। हमने बहुत अच्छी चर्चाएं कीं। हम रात के खाने के लिए एक साथ थे और मैंने भारत के बारे में बहुत कुछ सीखा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने द्विपक्षीय बैठक के दौरान मजाक करते हुए कहा कि पीएम मोदी वास्तव में बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं, बस वह बात नहीं करना चाहते हैं।यह भी पढ़ें: पीओके एक्टिविस्ट ने खोली पाक की पोल, गुलाम कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकी घुसपैठ की फिराक में
उन्होंने कहा, 'मैंने अखबारों में पढ़ा है कि लोग इस बात से निराश हैं कि मुस्लिम देश कश्मीर के साथ नहीं हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि निराश न हों। अगर कुछ देश अपने आर्थिक हितों के कारण इस मुद्दे को नहीं उठा रहे हैं, आखिर में वे भी इस मुद्दे को उठाएंगे। समय के साथ उन्हें यह करना ही होगा।' इमरान ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाकर 'ऐतिहासिक भूल' की है। उन्होंने कहा, 'यह संयुक्त राष्ट्र की जिम्मेदारी है, उन्होंने कश्मीरी लोगों से वादा किया था कि वे उनकी हिफाजत करेंगे। ये इतिहास रहा है कि वैश्विक संस्थाओं ने हमेशा से ताकतवर का साथ दिया है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र को समझना चाहिए कि 1.25 अरब मुस्लिम इसे लेकर फिक्रमंद हैं।' यह भी पढ़ें: यूएई से पीएम मोदी को मिले सम्मान पर पाकिस्तानियों को शाह महमूद कुरैशी ने यूं पढ़ाई पट्टी फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन की तैयारी
इमरान खान ने यह भी दावा किया, 'हमें जानकारी मिली है कि वे एक फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन की तैयारी कर रहे थे जैसी उन्होंने कश्मीर मसले से ध्यान भटकाने के लिए बालाकोट में की थी।' इस दौरान उन्होंने भारत के प्रति अपनी शांति पहल का जिक्र करते हुए कहा, 'चुनाव (भारत में) के बाद हमें अहसास हुआ कि उनका अलग ही एजेंडा था और उन्होंने पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) में ब्लैकलिस्ट करने की कोशिश की।' पाकिस्तान हर तरह के युद्ध के लिए तैयार : कुरैशी
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि उनका देश हर तरह के युद्ध के लिए तैयार है। चेतावनी देने वाले अंदाज में उन्होंने कहा कि दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच लड़ाई से पूरा क्षेत्र प्रभावित होगा। विदेश मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से गैरकानूनी तरीके से अनुच्छेद 370 हटाकर भारत ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को खतरे में डाल दिया है। भारत अपने अत्याचारों और मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए कुछ भी कर सकता है। पेरिस में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सारे मुद्दे द्विपक्षीय हैं। इसमें हम दुनिया के किसी भी देश को कष्ट नहीं देते हैं। भारत और अमेरिका लोकतांत्रिक मूल्यों वाले देश हैं। हम दुनिया की भलाई के लिए मिलकर काम करेंगे। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने व्यापार के बारे में बात की हैं, हमने सैन्य और कई अलग-अलग चीजों के बारे में बात की हैं। हमने बहुत अच्छी चर्चाएं कीं। हम रात के खाने के लिए एक साथ थे और मैंने भारत के बारे में बहुत कुछ सीखा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने द्विपक्षीय बैठक के दौरान मजाक करते हुए कहा कि पीएम मोदी वास्तव में बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं, बस वह बात नहीं करना चाहते हैं।यह भी पढ़ें: पीओके एक्टिविस्ट ने खोली पाक की पोल, गुलाम कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकी घुसपैठ की फिराक में