भारत ने SCO बैठकों के लिए पाक मुख्य न्यायाधीश को भेजा न्योता, विदेश मंत्री को किया आमंत्रित: रिपोर्ट
भारत ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अट्टा बंदियाल और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठकों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है जिसमें रूस और चीन भी शामिल हैं। भारत वर्तमान में एससीओ की अध्यक्षता करता है।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Wed, 25 Jan 2023 08:56 AM (IST)
इस्लामाबाद, (आईएएनएस)। भारत ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अट्टा बंदियाल और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठकों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है, जिसमें रूस और चीन भी शामिल हैं। इसकी जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि भारत वर्तमान में एससीओ की अध्यक्षता करता है जिसमें रूस, चीन, भारत, पाकिस्तान, ईरान और मध्य एशियाई राज्य शामिल हैं।
एससीओ के अध्यक्ष के रूप में, नई दिल्ली कई कार्यक्रमों की मेजबानी करने के लिए तैयार है, जिसमें सदस्य राज्यों के मुख्य न्यायाधीशों का एक सम्मेलन, विदेश मंत्रियों की बैठक और 2023 में एक शिखर सम्मेलन शामिल है। बता दें कि एससीओ के मुख्य न्यायाधीशों की बैठक मार्च में होनी है जबकि विदेश मंत्रियों की बैठक मई में होगी।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से पुष्टि की है कि भारत ने मुख्य न्यायाधीश और विदेश मंत्री के लिए पाकिस्तान के साथ निमंत्रण साझा किया है।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि मुख्य न्यायाधीश और विदेश मंत्री दोनों कार्यक्रमों में शामिल होंगे या पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने के लिए किसी को नियुक्त करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने अभी तक भारतीय आमंत्रण का जवाब नहीं दिया है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, चीन और रूस की उपस्थिति के कारण एससीओ एक महत्वपूर्ण मंच है, पाकिस्तान के इन आयोजनों से बाहर रहने की संभावना नहीं है।
पाकिस्तान और भारत दोनों को कुछ साल पहले प्रभावशाली संगठन के पूर्ण सदस्य के रूप में स्वीकार किया गया था, क्योंकि उन्होंने अपने द्विपक्षीय विवादों के कारण एससीओ के काम को कमजोर नहीं करने का संकल्प लिया था। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक गोवा में होने वाली है।