पाकिस्तानी जेल में बंद कश्मीरी युवाओं से मिले भारतीय अधिकारी, चार वर्ष पहले जासूसी के आरोप में किए गए थे गिरफ्तार
फिरोज अहमद लोन और नूर मुहम्मद वानी नाम के दोनों भारतीयों को जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। इन्हें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके से 2020 में गिरफ्तार किया गया था। ये दोनों जम्मू-कश्मीर के गुरेज क्षेत्र बांदीहुरा कस्बे के रहने वाले हैं। दोनों युवा कश्मीरियों को हाल ही में गिलगित-बाल्टिस्तान जेल से आदियाला जेल स्थानांतरित किया गया था।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने रावलपिंडी की आदियाला जेल में दो भारतीय कैदियों से मुलाकात की है। फिरोज अहमद लोन और नूर मुहम्मद वानी नाम के दोनों भारतीयों को जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। इन्हें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके से 2020 में गिरफ्तार किया गया था।
ये दोनों जम्मू-कश्मीर के गुरेज क्षेत्र बांदीहुरा कस्बे के रहने वाले हैं। दोनों युवा कश्मीरियों को हाल ही में गिलगित-बाल्टिस्तान जेल से आदियाला जेल स्थानांतरित किया गया था। इसी के बाद भारत सरकार ने दोनों कैदियों को कानूनी सहायता देने की अर्जी दी, उसके स्वीकार होने पर भारतीय उच्चायोग के अधिकारी उनसे मिलने रावलपिंडी पहुंचे।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने जारी नहीं किया कोई बयान
इस मुलाकात पर अभी तक भारतीय उच्चायोग या पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कोई बयान जारी नहीं किया है। लेकिन राजनयिक सूत्रों ने बताया है कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के तीन अधिकारियों के दल ने सोमवार को रावलपिंडी पहुंचकर आदियाला जेल में दो भारतीय कैदियों से मुलाकात की है।पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के अधिकारी भी रहे मौजूद
इस दौरान पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के अधिकारी भी वहां मौजूद रहे। भारतीय मीडिया के अनुसार दोनों कश्मीरी युवा नवंबर 2018 से गुलाम कश्मीर से लापता थे। इससे पहले वे अवैध तरीके से सीमा पार करके भारत से पाकिस्तान गए थे। वहीं जासूसी करने के आरोप में उनकी गिरफ्तारी हुई।
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