पाकिस्तान में कराची को अलग प्रांत बनाने की मांग, सीनेटर ने कहा- बेहतर प्रशासन के लिए है जरूरी
पाकिस्तान सीनेट के उपाध्यक्ष अफरीदी ने कराची को अलग प्रांत बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जितने अधिक प्रांत होंगे उतना बेहतर होगा। अगर देश में नए प्रांत बनेंगे तो समस्याएं हल हो जाएंगी। संसाधनों के बंटवारे पर बात करते हुए सीनेटर अफरीदी ने कहा कि 18वें संशोधन के बाद प्रांतों को उनका हिस्सा मिलता रहेगा।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 03 Jul 2023 10:54 PM (IST)
इस्लामाबाद, एएनआई। पाकिस्तान सीनेट के उपाध्यक्ष मिर्जा मुहम्मद अफरीदी ने बेहतर प्रशासन के लिए कराची सहित नौ और प्रांत बनाने का सुझाव दिया है। एक इंटरव्यू में सीनेटर ने बलूचिस्तान और पंजाब में तीन-तीन, खैबर पख्तूनख्वा (केपी) में दो और सिंध में एक प्रांत बनाने की सिफारिश की। जियो न्यूज ने यह जानकारी दी है।
नए प्रांत के बनने से हल होगीं समस्याएं
अफरीदी ने कहा कि केपी के हजारा जिले और आदिवासी क्षेत्रों (पूर्व में फाटा) को अलग प्रशासनिक इकाइयां बनाया जाना चाहिए। जियो न्यूज ने मिर्जा अफरीदी के हवाले से कहा,
पाकिस्तान में जितने अधिक प्रांत होंगे, उतना बेहतर होगा। अगर देश में नए प्रांत बनेंगे तो समस्याएं हल हो जाएंगी।
'सरकार ने एफएटीए के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं किया'
संसाधनों के बंटवारे पर बात करते हुए सीनेटर अफरीदी ने कहा कि 18वें संशोधन के बाद प्रांतों को उनका हिस्सा मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि नए प्रांत बनते हैं तो उन्हें एनएफसी (राष्ट्रीय वित्त आयोग) पुरस्कार के तहत हिस्सा मिलता रहेगा। सीनेटर ने अफसोस जताया कि सरकार ने एफएटीए के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं किया है।एफएटीए को लोगों को करना पड़ा रहा कठिनाइयों का सामना
जियो न्यूज ने अफरीदी के हवाले से कहा, "आज भी एफएटीए के लोगों को कई चिंताएं हैं और कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।" अफरीदी ने आगे कहा कि उन्होंने फंड का मुद्दा वित्त मंत्री इशाक डार के सामने भी उठाया है।