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खैबर पख्तूनख्वा की सरकार ने तालिबान से समझौता करने वाली खबरों का किया खंडन, कहा- सुरक्षा से नहीं होगी समझौता

पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने गुरुवार को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के साथ किसी भी प्रकार की समझौते करने वाली खबरों का स्पष्ट रूप से खंडन किया। सरकार ने तालिबान के नेतृत्व से कहा कि वह अपने लड़ाकों को वापस अफगानिस्तान बुला ले।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 20 Oct 2022 07:16 PM (IST)
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खैबर पख्तूनख्वा की सरकार ने तालिबान से समझौता करने वाली खबरों का किया खंडन। (प्रतीकात्मक फोटो)
पेशावर, पीटीआइ। पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने गुरुवार को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के साथ किसी भी प्रकार की समझौते करने वाली खबरों का स्पष्ट रूप से खंडन किया। सरकार ने तालिबान के नेतृत्व से कहा कि वह अपने लड़ाकों को वापस अफगानिस्तान बुला ले। खैबर पख्तूनख्वा (KPK) के मुख्यमंत्री मेहमूद खान के विशेष सूचना सहायक बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि स्वात जिले के कई इलाकों में तालिबानी चरमपंथियों के दोबारा सक्रिय होने के बाद उत्पन्न हुई स्थिति पर मुख्यमंत्री महमूद खान व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।

सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए सरकार प्रतिबद्ध

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खान ने यह संकल्प लिया है कि वह सुरक्षा और जिले की कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं करेंगे। मालूम हो कि KPK की सरकार ने हाल ही में प्रांत में आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए टीटीपी के स्थानीय कमांडरों के साथ एक बैठक की थी।

सोशल मीडिया पर चल रही सूचना गलत

इस बैठक के बारे में बताते हुए सैफ ने कहा कि टीटीपी के स्थानीय कमांडरों के साथ हुई इस वार्ता के बाद धारणा बनाई जा रही थी कि प्रांतीय सरकार चरमपंथी समूह के साथ मलकंद मंडल के कुछ हिस्से और पूर्व फाटा (Federally Administered Tribal Areas) को तालिबान को सौंपने को तैयार हो गई है। सैफ ने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया पर आ रही सूचना गलत है और आतंकवादी संगठन के साथ कोई समझ नहीं बनी है, जो पूरे पाकिस्तान में शरिया कानून लागू करने की मांग कर रहा है।

संविधान की सीमा में हुई टीटीपी के साथ वार्ता

उन्होंने कहा कि टीटीपी के साथ बातचीत संविधान की सीमा और देश के कानून के तहत हुई और अबतक आतंकवादी समूह के साथ कोई समझौता नहीं हुआ है। एक सवाल के जवाब में अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि उनकी सरकार सूबे में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। मालूम हो कि स्वात जिले के इससे पहले खबर आई थी कि TTP के लगभग 300 से 400 आतंकवादियों ने अपने शिविर बना लिये हैं, जिनका स्थानीय लोग पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं।

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