Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Blast In Pakistan: पाकिस्तान के खैबर में भीषण विस्फोट से 44 लोगों की मौत, 200 घायल

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बाजौर में रविवार को एक भीषण धमाका हुआ। इस धमाके में 44 लोगों की मौत हो गई जबकि 200 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह धमाका जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल के राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सभा में हुआ। हालांकि अभी तक धमाके की किसी भी आतकंवादी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sun, 30 Jul 2023 06:48 PM (IST)
Hero Image
पाकिस्तान के बाजौर में भीषण विस्फोट (फोटो: एएफपी)

इस्लामाबाद, एजेंसी। Blast In Pakistan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बाजौर में रविवार को एक भीषण धमाका हुआ। इस धमाके में 44 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है।

स्थानीय मीडिया के मुताबिक, धमाके की वजह से अबतक 44 लोगों की मौत हो गई है। अभी इसके और भी ज्यादा बढ़ने की आशंका है। 

कहां हुआ धमाका?

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यह धमाका जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) के राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सभा में हुआ। हालांकि, अभी तक धमाके की किसी भी आतकंवादी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।

जिला अधिकारियों के मुताबिक, 

बजौरा धमाके में मारे गए लोगों में एक स्थानीय जेयूआई-एफ नेता भी शामिल है। जेयूआई-एफ अधिकारी की पहचान तहसील खार के अमीर जियाउल्लाह जान के रूप में हुई है।

सम्मेलन में कितने लोग हुए थे शामिल?

बाजौर जिले के खार में आयोजित सम्मेलन में 500 से अधिक लोग शामिल हुए थे। अभी तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। घटना के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई। चारों ओर चीखपुकार और एंबुलेंस की आवाजें सुनाई दे रही थीं। गंभीर रूप से घायल लोगों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

इलाके में घेराबंदी

रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमाका कार्यक्रम स्थल के भीतर हुआ। ऐसे में इलाके में घेराबंदी की गई है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक यह पता नहीं लगाया है कि धमाका किन कारणों की वजह से हुआ। 

रेस्क्यू 1122 के प्रवक्ता बिलाल फैजी ने बताया कि अबतक लगभग 50 घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है। उन्होंने आशंका जताई कि घायलों की संख्या बढ़ सकती है।

जांच के आदेश

इस बीच प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जिससे इसके पीछे के साजिशकर्ताओं का पता लगाया जा सके।

मलकंद रेंज के डीआईजी नासिर महमूद सत्ती ने कहा,

शुरुआती जांच में आत्मघाती हमले का पता चला है। विस्फोट के प्रकार की जांच के लिए घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। इलाके को सील कर दिया गया है। साथ ही जांच अभियान चलाया जा रहा है।

आतंकी हमलों की घटनाओं में हुई वृद्धि

गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से पाकिस्तान में आतंकी हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है। 30 जनवरी को पेशावर की एक मस्जिद में आत्मघाती हमले में 101 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 200 लोग घायल हुए थे।