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पाकिस्तान के पूर्व PM नवाज शरीफ के बेटे छह साल बाद लंदन से लौटे, गिरफ्तारी से बचने के लिए 2018 में छोड़ा था देश

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बेटे पनामा पेपर घोटाले में भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तारी से बचने के लिए लंदन जाने के छह साल बाद पाकिस्तान लौट आए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने स्वदेश वापसी को लिए अधिवक्ता काजी मिस्बाहुल हसन के माध्यम से गिरफ्तारी वारंट रद करने के लिए आवेदन दाखिल किया था। हुसैन और हसन ने 2018 में देश छोड़ दिया था।

By Agency Edited By: Anurag GuptaUpdated: Wed, 13 Mar 2024 11:00 PM (IST)
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पाकिस्तान के पूर्व PM नवाज शरीफ (फाइल फोटो)
एएनआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) के बेटे पनामा पेपर घोटाले (Panama Paper Scam) में भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तारी से बचने के लिए लंदन जाने के छह साल बाद पाकिस्तान लौट आए।

क्या है पूरा मामला?

जवाबदेही अदालत द्वारा गत सप्ताह पनामा पेपर से जुड़े भ्रष्टाचार के तीन मामलों में उनके गिरफ्तारी वारंट 14 मार्च तक रद किए जाने के बाद हुसैन और हसन की वापसी संभव हो सकी। वे भी अपने पिता की तरह ब्रिटेन में आत्म-निर्वासन में रह रहे थे।

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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने स्वदेश वापसी को लिए अधिवक्ता काजी मिस्बाहुल हसन के माध्यम से गिरफ्तारी वारंट रद करने के लिए आवेदन दाखिल किया था। उन्होंने याचिका में कहा था कि वे कार्यवाही का सामना करने के लिए समर्पण करना चाहते हैं। हालांकि, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेता हुसैन और हसन की वापसी पर चुप्पी साधे रहे और इसकी जानकारी मीडिया को भी नहीं दी गई। दोनों लंदन से लाहौर एयरपोर्ट पर उतरे और उन्हें पंजाब पुलिस की सख्त सुरक्षा में उनके आवास पर ले जाया गया।

हुसैन और हसन ने 2018 में छोड़ा था देश

भ्रष्टाचार मामलों में शामिल किए जाने पर हुसैन और हसन ने 2018 में देश छोड़ दिया था। इसके बाद उन्हें भगोड़ा अपराधी घोषित कर गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए थे।

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