Move to Jagran APP

Pakistan: 'पाकिस्तान के आम चुनावों में नहीं हुई कोई गड़बड़ी', सेना के शीर्ष अधिकारी ने सभी आरोपों का किया खंडन

पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव होने के बाद बड़े स्तर पर नतीजों को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। देश के कई राजनीतिक दलों विशेषकर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने सुरक्षा बलों पर इंटरनेट को बंद कर चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। सेना की ओर से जारी बयान में सभी आरोपों को निराधार बताया गया है।

By Agency Edited By: Amit Singh Updated: Wed, 06 Mar 2024 06:56 AM (IST)
Hero Image
पाकिस्तान को चुनाव के नतीजों को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
एएनआई, रावलपिंडी। पाकिस्तान के शीर्ष सैन्य अधिकारी ने देश के आम चुनावों में सेना द्वारा हस्तक्षेप के सभी आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने देश के स्वार्थी तत्वों पर अपने फायदे के लिए दूसरों को बलि का बकरा बनाने और देश में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।

सेना पर चुनाव में हस्तक्षेप के आरोप

पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव होने के बाद बड़े स्तर पर नतीजों को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। देश के कई राजनीतिक दलों, विशेषकर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने सुरक्षा बलों पर इंटरनेट को बंद कर चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाक के चीफ ऑफ आर्मी चीफ स्टाफ (सीओएएस) जनरल असीम मुनीर की अध्यक्षता में 263वें कोर कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के दौरान सेना पर लगाए गए आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया गया है।

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में इस मुस्लिम समुदाय को नहीं मस्जिद जाने का इजाजत, अपने ही देश में पहचान पाने में नाकाम है अहमदिया

सेना पर लगाए गए आरोप निराधार

सेना की मीडिया विंग ने सेना के शीर्ष अधिकारियों के हवाले से बताया है कि सेना ने देश में चुनाव आयोजित करने के लिए सिर्फ एक सुरक्षित वातावरण प्रदान किया। सेना का देश की चुनावी प्रक्रिया से कोई लेना-देना नहीं है। सेना की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि कुछ राजनीतिक दलों द्वारा अपने फायदे के लिए सेना पर निराधार आरोप लगाए गए हैं, जो बेहद निंदनीय है।

यह भी पढ़ें: PM शहबाज ने बेलआउट पैकेज के लिए IMF से बातचीत का दिया आदेश, बोले- देश की अर्थव्यवस्था सुधारना प्राथमिकता