Kartarpur Corridor: समझौते पर भारत-पाक का हस्ताक्षर, अब बगैर वीजा जा सकेंगे करतारपुर
भारत-पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर समझौता संपन्न हुआ। इसके बाद अब भारतीय श्रद्धालु बगैर वीजा वहां जा सकते हैं उनके पास केवल पासपोर्ट होना चाहिए।
By Monika MinalEdited By: Updated: Thu, 24 Oct 2019 01:16 PM (IST)
इस्लामाबाद, आइएएनएस। भारत-पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर समझौते पर गुरुवार को हस्ताक्षर कर दिया। इसके लिए पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल के नेतृत्व में पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल करतारपुर जीरो लाइन पर मौजूद था। भारत की ओर से विदेश्ा मंत्रालय के संयुक्त सचिव एससीएल दास ने इस कॉरिडोर से संबंधित तमाम जानकारियों को साझा किया।
- हस्ताक्षर के बाद विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव एससीएल दास ने कहा, 'हमारी ओर से हाइवे व पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग समेत तमाम आवश्यक बुनियादी ढांचों का निर्माण कार्य पूरा होने के करीब है ताकि समय से कॉरिडोर का काम पूरा हो सके। उन्होंने कहा श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन पोर्टल आज से लाइव हो जाएगा। यह पोर्टल है- http://prakashpurb550.mha.gov.in।'- उन्होंने कहा, 'सुबह से शाम तक यह कॉरिडोर खुला रहेगा। सुबह जाने वाले श्रद्धालुओं को उसी दिन शाम को लौटना होगा। पूरे साल कॉरिडोर खुला रहेगा और यदि किसी कारण इसे बंद किया जाएगा तो इसकी सूचना एडवांस में दे दी जाएगी।
- उन्होंने बताया, ' सभी समुदाय के भारतीय श्रद्धालु करतारपुर कॉरिडोर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस यात्रा के लिए वीजा फ्री होगा। श्रद्धालुओं को केवल अपना वैध पासपोर्ट ले जाना होगा।' इसकी जानकारी पहले ही मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर दे दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, 'कॉरिडोर को खोलने के लिए भारत पाक के बीच ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर के लिए हम करतारपुर साहिब जा रहे हैं। 9 नवंबर को इंशा अल्लाह प्रधानमंत्री खान नारोवाल में करतारपुर साहिब कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे।'इस बात की जानकारी पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने आज दी है। संभव है कि इस कॉरिडोर का उद्घाटन अगले माह सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर हो जाए।
समझौते को किया जाएगा सार्वजनिक डॉन न्यूज ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल के हवाले से बताया है कि उन्होंने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में इस बात की पुष्टि की है। हस्ताक्षर के बाद एक-एक विवरण को साझा किया जाएगा। इस बीच नई दिल्ली ने भी निराशा जताई है क्योंकि पाकिस्तान ने भारत से करतारपुर गुरुद्वारा आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु पर 20 डॉलर का सर्विस शुल्क लगाने की पेशकश की। बता दें कि यहां गुरुनानक देव ने अपनी जिंदगी के आखिरी 18 साल बिताए थे।
4.2 किमी लंबा है कॉरिडोरपंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक देव क्षेत्र में भारत की ओर 4.2 किमी लंबे कॉरिडोर का काम गुरुनानक देव की 550वीं जयंती से एक सप्ताह पहले 31 अक्टूबर को पूरा हो जाएगा। इसका उद्घाटन भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व इमरान खान 9 नवंबर को करेंगे। प्रतिदिन 5,000 भारतीय श्रद्धालु यहां आते हैं। यदि यह कॉरिडोर शुरू हो जाता है तब पाकिस्तान को प्रतिदिन प्रति श्रद्धालु 20 डॉलर की कमाई होगी।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत स्थित नारोवाल जिले में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा डेरा बाबा नानक के निकट सीमा से 4.5 किमी की दूरी पर स्थित है। यह भी पढ़ें: भारत 'धार्मिक पर्यटन' को बढ़ावा देने में जुटा तो पाकिस्तान 'आतंक पर्यटन' को बढ़ावा देने में
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