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इमरान खान से चार दिन और पूछताछ करेगी पाकिस्तान की भ्रष्टाचार रोधी निकाय, कोर्ट ने दिया आदेश; पढ़ें पूरा मामला

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को एक जवाबदेही अदालत ने अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में पूछताछ करने के लिए भ्रष्टाचार रोधी निकाय को चार और दिन का समय दिया है। इमरान विभिन्न मामलों में 26 सितंबर से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश मुहम्मद बशीर ने गुरुवार को उच्च सुरक्षा वाली जेल में सुनवाई की। इमरान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख हैं।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Fri, 24 Nov 2023 04:28 PM (IST)
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भ्रष्टाचार मामले में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से चार दिन और पूछताछ करेगी भ्रष्टाचार रोधी निकाय

पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक जवाबदेही अदालत ने अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से पूछताछ करने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक निकाय को चार और दिन का समय दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।

26 सितंबर से जेल में बंद हैं इमरान खान 

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून न्यूजपेपर के मुताबिक, 71 वर्षीय खान विभिन्न मामलों में 26 सितंबर से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश मुहम्मद बशीर ने गुरुवार को उच्च सुरक्षा वाली जेल में सुनवाई की।

'इमरान को कहीं स्थानांतरित नहीं किया जाएगा'

न्यायाधीश बशीर ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) को उच्च सुरक्षा वाली जेल के अंदर इमरान की जांच करने का आदेश दिया। साथ ही कहा कि उन्हें कहीं भी स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। इमरान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के प्रमुख हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यायाधीश ने एनएबी जांच टीम और अभियोजन पक्ष को 27 नवंबर को सुनवाई की अगली तारीख तक जांच पूरी करने का भी निर्देश दिया।

अब तक, कोर्ट ने अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में पूर्व प्रधानमंत्री की जांच के लिए भ्रष्टाचार विरोधी निकाय को 15 दिन का समय दिया है। पिछले हफ्ते जवाबदेही ब्यूरो को मामले में उनसे पूछताछ के लिए चार दिन की अनुमति दी गई थी।

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रिपोर्ट के मुताबिक, सुनवाई के दौरान इमरान अदालत कक्ष में मौजूद थे। उनकी तीन बहनें भी कार्यवाही में शामिल हुईं। अल-कादिर ट्रस्ट मामला 190 मिलियन पाउंड यानी करीब 50 अरब रुपये के सेटलमेंट का है, जो ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी ने एक पाकिस्तानी प्रॉपर्टी टाइकून से रकम वसूलने के बाद पाकिस्तान भेजा था।

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इमरान ने उस समय प्रधानमंत्री रहते हुए राष्ट्रीय खजाने में जमा करने के बजाय, व्यवसायी को कुछ साल पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाए गए लगभग 450 अरब रुपये के जुर्माने को आंशिक रूप से निपटाने के लिए राशि का उपयोग करने की अनुमति दी थी।

कथित तौर पर, बदले में, टाइकून ने पंजाब के झेलम जिले के सोहावा क्षेत्र में अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी द्वारा स्थापित ट्रस्ट को लगभग 57 एकड़ जमीन उपहार में दी।

खान को अप्रैल 2022 में अविश्वास मत के माध्यम से बाहर कर दिया गया था। सत्ता से बाहर होने के बाद से उनके खिलाफ 150 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।