पाक पीएम शहबाज शरीफ की नौटंकी, SCO summit में बोले- हमें आतंकवाद को लेकर गहरी चिंता, अफगानिस्तान का भी किया जिक्र
दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर बुधवार को कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना पहुंचे शाहबाज ने एससीओ बैठक में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया जहां चीन भारत तुर्किये ईरान अजरबैजान और किर्गिस्तान सहित देशों के नेता राजनातिक और आर्थिक और चर्चा के लिए एकत्र हुए हैं। शहबाद शरीफ ने इस दौरान आतंकवाद के मुद्दे पर जोर दिया और कहा निर्दोष लोगों की हत्या करने का कोई औचित्य नहीं है।
एपी, अस्ताना। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को (SCO Summit) एससीओ शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के लिए एक प्रमुख चिंता के रूप में आतंकवाद के मुद्दे को उठाया और अफगान तालिबान सरकार के साथ सार्थक जुड़ाव का आह्वान किया।
दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर बुधवार को कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना पहुंचे शाहबाज ने एससीओ बैठक में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया, जहां चीन, भारत, तुर्किये, ईरान, अजरबैजान और किर्गिस्तान सहित देशों के नेता और राजनातिक आर्थिक और चर्चा के लिए एकत्र हुए हैं।
क्षेत्र में शांति बनाए रखने पर दिया जोर
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान आर्थिक विकास की पूर्व शर्त के रूप में क्षेत्र में शांति बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। शहबाज शरीफ ने कहा, 'अफगानिस्तान में स्थायी शांति प्राप्त करना बातचीत का मुख्य उद्देश्य है, उन्होंने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अपनी वास्तविक आर्थिक और विकास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अफगान सरकार के साथ सार्थक रूप से जुड़ा हुआ है।'उन्होंने कहा, 'राज्य आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद की स्पष्ट और स्पष्ट शब्दों में निंदा की जानी चाहिए, उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए निर्दोष लोगों की हत्या करने या आतंकवाद के हौव्वा का उपयोग करने का कोई औचित्य नहीं है।'
अफगान तालिबान को सख्त कदम उठाने का निर्देश
शहबाज शरीफ ने आगे यह भी कहा कि अफगान तालिबान को यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए कि उसकी जमीन का इस्तेमाल किसी अन्य देश के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं किया जाए।शहबाज ने शिखर सम्मेलन के मौके पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के दौरान वित्तीय और बैंकिंग मुद्दों पर काबू पाने का ऐलान किया था। बता दें कि जून 2017 में कजाकिस्तान में एक शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान और भारत एससीओ के सदस्य बने थे।यह भी पढ़ें: Sunak vs Starmer: आम चुनाव के लिए ब्रिटेन में मतदान शुरू, वोटर्स का इकॉनमी और टैक्स समेत इन मुद्दों पर रहेगा फोकस