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पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ बोले- 'भारी दबाव' के बावजूद योग्यता के आधार पर लिया गया नए सेना प्रमुख का फैसला

Syed Asim Munir Next army chief of Pakistan पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि नए सेना प्रमुख की नियुक्ति का फैसला भारी दबाव के बावजूद योग्यता के आधार पर लिया। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि दवाब कैसा और किसका था।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Thu, 24 Nov 2022 10:37 PM (IST)
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पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख असीम मुनीर (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Pakistan Prime Minister Shehbaz Sharif) ने गुरुवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (President Arif Alvi) को अगले सेनाध्यक्ष (COAS) और ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष (CJCSC) के रूप में औपचारिक रूप देने की सलाह देने वाले नामों पर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि निर्णय योग्यता के आधार पर लिया गया है।

वरिष्ठता के सिद्धांत को लागू करने से मिलेगी मजबूती

समा टीवी की खबर के मुताबिक, शरीफ ने एक बयान में कहा कि राज्य के संस्थानों में वरिष्ठता के सिद्धांत को लागू करने से उन्हें मजबूती मिलेगी। वह इस बात का जिक्र कर रहे थे कि कैसे उन्होंने शॉर्टलिस्ट किए गए छह उम्मीदवारों में से सबसे वरिष्ठ अधिकारी को चुना और नए सेना प्रमुख और सीजेसीएससी को चुनने के लिए उन्हें भेजा।

आर्थिक स्थिरता से निपटना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता

शरीफ ने कहा कि भारी दबाव के बावजूद उन्होंने गुण-दोष के आधार पर फैसला किया और वरिष्ठता के सिद्धांत को कायम रखा। समा टीवी की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि वह किस चीज का दबाव था या वह इसका सामना किसकी ओर से कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता आर्थिक अस्थिरता से निपटना है। 

इमरान खान पर कटाक्ष

पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान द्वारा 26 नवंबर को रावलपिंडी और इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन की योजना पर कटाक्ष करते हुए शरीफ ने कहा कि देश में अराजकता के लिए कोई जगह नहीं है।

राष्ट्रपति ने सारांश को दी मंजूरी

इससे पहले मंगलवार को, राष्ट्रपति अल्वी ने अगले सेना प्रमुख के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल सैयद असीम मुनीर की नियुक्ति के लिए शरीफ द्वारा भेजे गए सारांश को मंजूरी दे दी, और लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को नए सीजेसीएससी के रूप में नियुक्त किया। जमां पार्क में इमरान खान के साथ राष्ट्रपति की मुलाकात के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है। 

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राष्ट्रपति के कारवां के खान के लाहौर स्थित आवास पर पहुंचने के फुटेज को पीटीआई ने सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ साझा किया कि दोनों सेना की शीर्ष सीट के लिए नियुक्ति से पहले पार्टी की कार्ययोजना पर चर्चा करेंगे।

राष्ट्रपति ने कानूनी विशेषज्ञों के साथ की बैठक

एक्सप्रेस न्यूज के मुताबिक, राष्ट्रपति अल्वी ने राष्ट्रपति भवन में कानूनी विशेषज्ञों के साथ बैठक भी की और खान के साथ बैठक के बाद सारांश पर हस्ताक्षर किए। रक्षा मंत्रालय शीर्ष सैन्य नियुक्तियों के बारे में औपचारिक रूप से एक अधिसूचना जारी करेगा। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि सूत्रों ने कहा कि नए सेना प्रमुख और सीजेसीएससी जल्द ही अल्वी से मिलेंगे।

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मरियम औरंगजेब ने दी जानकारी

इससे पहले दिन में सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने ट्विटर पर कहा था कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सारांश राष्ट्रपति को भेज दिया है। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने अपनी संवैधानिक शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ का चेयरमैन और लेफ्टिनेंट जनरल सैयद असीम मुनीर को सेना प्रमुख नियुक्त करने का फैसला किया है।'

कौन-कौन थे दावेदार

वरिष्ठता सूची के अनुसार लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर, लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा, लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास, लेफ्टिनेंट जनरल नुमन महमूद और लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद सीजेसीएससी और सेना प्रमुख के पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे थे।

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