Taliban के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान में बढ़े आतंकी हमले, पाक पीएम ने तालिबान सरकार पर साधा निशाना
पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवारुल हक काकर ने अवैध अप्रवासियों के चल रहे निर्वासन अभियान को आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों से जोड़ा है। उन्होंने इस्लामाबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगस्त 2021 में तालिबान सरकार के आने के बाद हमें उम्मीद थी कि अफगानिस्तान में लंबे समय तक शांति होगी। इसके अलावा पाकिस्तान के विरोधी समूहों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
By Jagran NewsEdited By: Shubham SharmaUpdated: Thu, 09 Nov 2023 07:17 AM (IST)
एजेंसी, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार पर निशाना साधा है। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने बुधवार को कहा कि 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाओं के मामले बढ़ें हैं।
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार पर निशाना
पाकिस्तानी अंग्रेजी अखबार डॉन के मुताबिक, काकर ने अवैध अप्रवासियों के चल रहे निर्वासन अभियान को भी आतंकवाद विरोधी कार्रवाइ से जोड़ा। उन्होंने इस्लामाबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगस्त 2021 में तालिबान सरकार के आने के बाद हमें उम्मीद थी कि अफगानिस्तान में लंबे समय तक शांति होगी। इसके अलावा पाकिस्तान के विरोधी समूहों और खासकर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अफगानी धरती का उपयोग पाकिस्तान के खिलाफ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
लेकिन, दुर्भाग्य से अंतरिम अफगान सरकार के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाओं में 60 प्रतिशत और आत्मघाती हमलों में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले दो वर्षों में इस 2,267 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई है। इसके लिए टीटीपी के आतंकवादी जिम्मेदार हैं, जो अफगानी धरती का इस्तेमाल करके पाकिस्तानियों पर कायरतापूर्ण हमले कर रहे हैं।
आतंकी घटनाओं में हुई वृद्धि
पाकिस्तानी कार्यवाहक पीएम ने आगे कहा कि इस दौरान हुए आत्मघाती हमलों में 15 अफगानी नागरिक भी शामिल थे। आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान पाकिस्तानी एजेंसियों से लड़ते हुए अब तक 64 अफगानी नागरिक मारे गए हैं। हालांकि, काकर ने किसी विशेष आतंकी हमले में अफगान नागरिकों की संलिप्तता के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी। पाकिस्तानी पीएम का यह बयान बीते सप्ताह के दौरान देश में आतंकी घटनाओं में वृद्धि के बाद आया है।