Gulzar Imam: पाकिस्तानी सेना ने प्रतिबंधित बलूच अलगाववादी समूह के प्रमुख को किया गिरफ्तार
पाकिस्तानी सेना ने प्रतिबंधित बलूच अलगाववादी समूह के प्रमुख गुलजार इमाम को गिरफ्तार किया है। इमाम बलूच नेशनल आर्मी का संस्थापक है। गुलजार की गिरफ्तारी अन्य उग्रवादी समूहों के लिए एक गंभीर झटका है जो बलूचिस्तान में शांति को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Fri, 07 Apr 2023 04:10 PM (IST)
इस्लामाबाद, पीटीआई। पाकिस्तान की सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने एक सफल खुफिया अभियान के तहत देश के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक प्रतिबंधित अलगाववादी समूह के संस्थापक को गिरफ्तार किया है। सेना की मीडिया शाखा, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने एक बयान में कहा कि गुलजार इमाम उर्फ शांबे को एक सुनियोजित अभियान में पकड़ा गया है।
पहले भी हमला कर चुका है बलूच विद्रोही समूह
संसाधन संपन्न बलूचिस्तान प्रांत, ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा हुआ है, जो लंबे समय से हिंसक विद्रोह का घर है। बलूच विद्रोही समूह पहले भी 60 अरब डालर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजनाओं को निशाना बनाकर कई हमले कर चुके हैं।
बीएनए का संस्थापक है गुलजार इमाम
सेना ने कहा कि पकड़ा गया आतंकवादी गुलजार इमाम एक 'कट्टर आतंकवादी' है। वह प्रतिबंधित बलूच नेशनल आर्मी (BNA) का संस्थापक और नेता भी है, जिसे बलूच रिपब्लिकन आर्मी (BRA) और यूनाइटेड बलूच आर्मी (यूबीए) के विलय के बाद बनाया गया था। हालांकि, बयान में उस सटीक स्थान का खुलासा नहीं किया गया, जहां आतंकवादी को पकड़ा गया था। इमाम के गिरफ्तारी की रिपोर्ट उस दिन सामने आई, जब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) हो रही थी।टीटीपी ने तेज किए हमले
पिछले कुछ महीनों में देश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। आतंकवादी समूह देश भर में लगभग बेखौफ हमलों को अंजाम दे रहे हैं। चूंकि नवंबर में पाकिस्तानी तालिबान (टीटीपी) के साथ बातचीत टूट गई थी, इसलिए खूंखार आतंकवादी समूह ने अपने हमले तेज कर दिए, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाकों में पुलिस को निशाना बनाकर।
बलूचिस्तान में विद्रोहियों ने भी अपनी हिंसक गतिविधियों को तेज कर दिया है और टीटीपी के साथ सांठगांठ को औपचारिक रूप दे दिया है। आईएसपीआर के बयान के मुताबिक, इमाम को 'एक हाई प्रोफाइल और सफल खुफिया ऑपरेशन' में पकड़ा गया था।
बीएनए ने पंजगुर और नोशकी में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के प्रतिष्ठानों को लक्षित करने सहित देश में कई हिंसक आतंकवादी हमले किए हैं। इमाम 2018 तक बीआरए में ब्रह्मदाग बुगती के डिप्टी के रूप में भी रहा।अफगानिस्तान और भारत की उसकी यात्राएं भी रिकॉर्ड में हैं, जबकि शत्रुतापूर्ण खुफिया एजेंसियों के साथ उसके संबंधों की जांच की जा रही है।
बयान में कहा गया है, "गुलजार इमाम की गिरफ्तारी बीएनए के साथ-साथ अन्य उग्रवादी समूहों के लिए एक गंभीर झटका है, जो बलूचिस्तान में कड़ी मेहनत से अर्जित शांति को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं।"