Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

पाकिस्‍तान सेना प्रमुख जनरल बाजवा की अकूत संपत्ति बन सकती है भविष्‍य में चुनावी मुद्दा

पाकिस्‍तान में एक सप्‍ताह बाद अपना कार्यकाल पूरा करने वाले जनरल कमर जावेद बाजवा और उनके परिवार की कुल संपत्ति अरबों में है। देश और विदेशों में भी उनके पास महंगी संपत्तियां हैं। बीते कुछ ही वर्षों में इस परिवार ने कई कारोबार शुरू किए हैं।

By Jagran NewsEdited By: Kamal VermaUpdated: Tue, 22 Nov 2022 03:45 PM (IST)
Hero Image
एक सप्‍ताह बाद रिटायर हो जाएंगे जनरल बाजवा

इस्लामाबाद (एजेंसी)। पाकिस्‍तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल अब महज एक सप्‍ताह का ही रह गया है। वो अपने कार्यकाल को आगे बढ़ाए जाने को लेकर पहले ही इनकार कर चुके हैं। वहीं देश में उनकी जगह नए सेना प्रमुख के नाम पर मंथन किया जा रहा है। इस बीच उनको लेकर कुछ समय पहले जो खुलासा पाकिस्‍तान की वेबाइट फैक्‍ट फोकस ने किया है वो भी आने वाले दिनों में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है। बता दें कि जनरल बाजवा को एक बार एक्‍सटेंशन दिया जा चुका है। ये एक्‍सटेंशन पूर्व पीएम इमरान खान ने ही दिया था। आगे बढ़ने से पहले आपको यहे बता दें कि फैक्‍ट फोकस ने अपनी रिपोर्ट में क्‍या दावा किया है।

अरबपतियों की सूची में बाजवा परिवार  

पाकिस्तान में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और उनका परिवार अरबों रुपये की संपत्ति का मालिक है। पाकिस्तानी वेबसाइट फैक्ट फोकस की एक रिपोर्ट में ये सनसनीखेज खुलासा किया है। इसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते छह वर्षों में बाजवा परिवार की आय कई गुना बढ़ गई है। इसमें यहां तक कहा गया है कि उनकी बहू महनूर साबिर शादी से महज एक सप्‍ताह पहले ही अरबपतियों की सूची में शामिल हो गई थी। बता दें कि सेनाध्‍यक्ष के पद पर बाजवा का कार्यकाल महज एक सप्‍ताह का रह गया है। ऐसे में ये खुलासा काफी मायने रखता है।

चुनाव का मुद्दा 

वहीं नए सेना प्रमुख के नाम पर जिस तरह की राजनीति देश में चल रही है, ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आने वाले समय में जनरल बाजवा भी एक मुद्दा न बन जाएं। दरअसल, जनरल बाजवा को शुरु में इमरान खान का करीबी माना जाता था। लेकिन बाद में ये धारणा पूरी तरह से बदल गई। मौजूदा समय में इमरान खान सेना को भी अपना मुद्दा बनाते आ रहे हैं। पाकिस्‍तान मीडिया की मानें तो भविष्‍य में पाकिस्‍तान के चुनाव में जनरल बाजवा और उनकी अकूत संपत्ति का मुद्दा चुनावी मैदान में उछाला जा सकता है। 

Fact Check: चुनाव से पहले Exit पोल पर प्रतिबंध, गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर वायरल आंकड़ा फेक और मनगढ़ंत

COP27: लॉस एंड डैमेज फंड पर सहमति, लेकिन उत्सर्जन कम करने की दिशा में नहीं हुई प्रगति