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पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय की तीन मस्जिदों में तोड़फोड़, कट्टरपंथी संगठन TLP पर लगा आरोप

पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के मस्जिदों को फिर निशाना बना गया है। लाहौर के शेखपुरा जिले में बुधवार को अहमदिया समुदाय के तीन मस्जिदों को तोड़ दिया गया। समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया है कि कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के दवाब पर पुलिस मस्जिदों में तोड़फोड़ करती है। इससे पहले भी शेखपुरा जिले में तीन मस्जिदों को नुकसान पहुंचाने की घटना हो चुकी है।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Wed, 27 Sep 2023 03:49 PM (IST)
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पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय की तीन मस्जिदों में तोड़फोड़, कट्टरपंथी संगठन TLP पर लगा आरोप (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद, एएनआई। पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के मस्जिदों को फिर निशाना बना गया है। लाहौर के शेखपुरा जिले में बुधवार को अहमदिया समुदाय के तीन मस्जिदों को तोड़ दिया गया। समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया है कि कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के दवाब पर पुलिस मस्जिदों में तोड़फोड़ करती है।

पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक पुलिस की एक टीम ने मस्जिद की मीनारों के ऊपरी हिस्से को ध्वस्त कर दिया। साथ ही उन्होंने इन हिस्सों को ढकने का भी आदेश दिया। 

अहमदिया समुदाय ने कानून के खिलाफ जाकर बनाई मीनारें

एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अहमदिया समुदाय ने पाकिस्तानी कानून के खिलाफ जाकर पूजा स्थलों की मीनारों का निर्माण किया। इससे पहले उन्हें इन मीनारों को हटाने का आदेश दिया गया था।

तीन मस्जिदों को पहले भी पहुंचा गया था नुकसान

इससे पहले भी शेखपुरा जिले में तीन मस्जिदों को नुकसान पहुंचाने की घटना हो चुकी है। इन तीनों मस्जिदों की मीनार तोड़ दी गई थीं। इस साल अब तक पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के 11 मस्जिदों पर हमले हो चुके हैं। पिछले कुछ दिनों के दौरान शेखपुरा, बहावलनगर और बहावलपुर जिलों में अहमदिया के मस्जिदों की मीनारों को मुस्लिम मस्जिद जैसा बताते हुए टीएलपी के कार्यकर्ताओं ने घुसकर तोड़ दिया।

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अहमदिया को गैर मुस्लिम किया गया है घोषित

उल्लेखनीय है कि, लाहौर हाई कोर्ट ने 1984 से पहले अहमदिया समुदाय के मस्जिदों के खिलाफ इस तरह के हमलों पर रोक लगा दी थी। 1974 में संविधान संशोधन के बाद से अहमदिया को गैर मुस्लिम घोषित कर दिया गया है और उनके अधिकार कम कर दिए गए हैं।

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