बलूचिस्तान की प्रांतीय सरकार ने हजारों के लापता होने के दावों को किया खारिज, रिपोर्ट में किया फर्जी मामलों का जिक्र
बलूचिस्तान में नागरिकों के जबरन गायब होने के मामलों में हालिया वृद्धि के बीच सरकार ने स्पष्टीकरण जारी किया है। सरकार ने हजारों लोगों के लापता होने की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि जबरन गायब किए जाने पर जांच आयोग को रिपोर्ट किए गए मामलों की संख्या हजारों में नहीं थी। आयोग कार्य कर रहा था और उसने कुछ फर्जी मामलों का भी पता लगाया था।
एएनआई, बलूचिस्तान। बलूचिस्तान में नागरिकों के जबरन गायब होने के मामलों में हालिया वृद्धि के बीच सरकार ने स्पष्टीकरण जारी किया है। सरकार ने हजारों लोगों के लापता होने की बात को सिरे से खारिज कर दिया है। प्रांतीय सरकार ने कहा कि जबरन गायब किए जाने पर जांच आयोग को रिपोर्ट किए गए मामलों की संख्या हजारों में नहीं थी। आयोग कार्य कर रहा था और उसने कुछ फर्जी मामलों का भी पता लगाया था।
प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने लापता व्यक्तियों के मुद्दों के समाधान को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा है। अगर किसी परिवार को लगता है कि कोई सदस्य लापता है तो वह सीधे आयोग से संपर्क कर सकता है।
कुछ लोगों को आतंकी घटनाओं में शामिल पाया
सरकार ने कहा कि लापता व्यक्तियों के रूप में सूचीबद्ध कुछ व्यक्तियों को आतंकी घटनाओं में शामिल पाया गया था। इससे पहले बलूचिस्तान में सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) ने पहले एक संसदीय समिति के माध्यम से जबरन गायब होने के मुद्दे को हल करने का प्रस्ताव दिया था।
बलूच यकजेहती समिति ने विरोध जारी रखा
हालांकि, बलूच यकजेहती समिति ने बलूच लोगों को कथित तौर पर जबरन गायब करने के खिलाफ अपना विरोध जारी रखा है। समिति ने शुक्रवार को नईम रहमत के मामले को उठाया, जिसे 17 मार्च 2022 को अमन आतोज तुरबत से गायब कर दिया गया था।
सार्थक प्रतिक्रिया देने में प्रशासन असफल
समिति ने कहा कि उनकी सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से हाल के दिनों में हुए प्रदर्शन के बावजूद सार्थक प्रतिक्रिया देने में प्रशासन असफल रहा है। परिवार ईद के दिन से ही शापुक में सीपीईसी रोड को ब्लॉक कर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
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