Pakistan: सियासत में उतरेंगी बेनजीर भुट्टो की छोटी बेटी आसिफा, पिता आसिफ अली जरदारी की छोड़ी सीट से भरा नामांकन
2007 में रावलपिंडी में चुनाव प्रचार के दौरान बेनजीर की हत्या कर दी गई। इसके बाद 2008 से 2013 तक जरदारी देश के 11वें राष्ट्रपति रहे।आसिफा के भाई 35 वर्षीय बिलावल भुट्टो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष और पिता जरदारी सह-अध्यक्ष हैं। पिछली शहबाज शरीफ सरकार में बिलावल विदेश मंत्री रह चुके हैं। आसिफा की बड़ी बहन बख्तावर शिक्षा जगत में सक्रिय हैं।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान की दिवंगत प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की सबसे छोटी बेटी 31 वर्षीया आसिफा भुट्टो ने संसदीय राजनीति में औपचारिक रूप से कदम रख दिया है। वह अपने पिता और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी द्वारा सिंध प्रांत में खाली की गई नेशनल असेंबली की सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में उतरी हैं।
आसिफा ने सिंध प्रांत के शहीद बेनजीराबाद जिले के एनए-207 निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपचुनाव में रविवार को नामांकन पत्र भरा। इस सीट के लिए 21 अप्रैल को मतदान कराया जाएगा। पिता जरदारी के देश के 14वें राष्ट्रपति बनने के बाद आसिफा का सक्रिय रूप से राजनीति में आना तय माना जा रहा था। आसिफा की मां बेनजीर भुट्टो मुस्लिम बहुल पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं। वह 1988 से 1990 तक 11वीं और 1993 से 1996 तक 13वीं प्रधानमंत्री रहीं।
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2007 में रावलपिंडी में चुनाव प्रचार के दौरान बेनजीर की हत्या कर दी गई। इसके बाद 2008 से 2013 तक जरदारी देश के 11वें राष्ट्रपति रहे।आसिफा के भाई 35 वर्षीय बिलावल भुट्टो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष और पिता जरदारी सह-अध्यक्ष हैं। पिछली शहबाज शरीफ सरकार में बिलावल विदेश मंत्री रह चुके हैं। आसिफा की बड़ी बहन बख्तावर शिक्षा जगत में सक्रिय हैं।
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