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Pakistan: 9 मई की हिंसा को लेकर कार्यवाहक प्रधानमंत्री काकर ने किया बड़ा दावा, कहा- तख्तापलट करने की थी कोशिश

पाकिस्तान में भड़की हिंसा को लेकर कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल-हक-काकर ने बड़ा दावा किया। उन्होंने 9 मई को हुई हिंसा को तख्तापलट और गृह युद्ध का एक प्रयास बताया। पीएम कक्कड़ ने यह स्वीकार किया कि किसी भी राजनीतिक दल को दूसरों पर पत्थर फेंकने उन्हें गाली देने और इमारतों को जलाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा इस हिंसा का मुख्य लक्ष्य वर्तमान पाकिस्तान सेना प्रमुख और उनकी टीम थी।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sun, 03 Sep 2023 12:48 PM (IST)
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9 मई की हिंसा को लेकर कार्यवाहक प्रधानमंत्री काकर ने किया बड़ा दावा (Image: Jagran)
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भड़की हिंसा को लेकर पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल-हक-काकर ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने 9 मई को हुई हिंसा को तख्तापलट और गृह युद्ध का एक प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि इस हिंसा का मुख्य लक्ष्य वर्तमान पाकिस्तान सेना प्रमुख और उनकी टीम थी। द न्यूज इंटरनेशनल ने रविवार को इसको लेकर एक रिपोर्ट जारी की है।

किसी भी सरकार में स्वीकार्य नहीं यह...

जियो न्यूज को दिए इंटरव्यू में कार्यवाहक पीएम काकर के बयान का हवाला देते हुए पीएम कक्कड़ ने कहा, '9 मई को हुई तोड़फोड़ और आगजनी को पूरी दुनिया ने देखा और अंतरराष्ट्रीय अखबारों ने इस त्रासदी की रिपोर्ट की। इस तरह की हेराफेरी किसी भी सरकार में स्वीकार्य नहीं है।

अंतरिम पीएम ने आगे कहा कि हम यह धारणा नहीं बनाना चाहते कि 9 मई के आरोपियों के खिलाफ बदला लिया जा रहा है, लेकिन अगर देश के कानूनों का उल्लंघन करने और यातना का सहारा लेने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है, तो हमें इस मामले में एक पक्ष के रूप में देखा जाएगा।'

किसी भी राजनीतिक दल को ये अधिकार नहीं....

कार्यवाहक पीएम काकर ने यह स्वीकार किया कि किसी भी राजनीतिक दल को दूसरों पर पत्थर फेंकने, उन्हें गाली देने और इमारतों को जलाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि 'मुझे नहीं पता था कि मैं कभी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा। टीटीपी या किसी भी प्रतिबंधित संगठन से निपटने के लिए राज्य के पास बातचीत और बल दोनों उपकरण हैं।'

9 मई को क्या हुआ था?

गौरतलब है कि, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 9 मई को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) में हिरासत में लिए जाने के बाद, पूरे पाकिस्तान में हिंसक टकराव हुआ। पीटीआई कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान लाहौर में सैन्य प्रतिष्ठानों और कोर कमांडर के घर पर भी हमला हुआ था।