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Pakistan: गुलाम जम्मू-कश्मीर में झड़पें, पुलिस अफसर की मौत, 100 से अधिक घायल

मीरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कामरान अली के उप-निरीक्षक अदनान कुरेशी की इस्लामगढ़ शहर में सीने में गोली लगने से मौत हो गई। पाकिस्तानी अखबार डान की रिपोर्ट के अनुसार गुलाम जम्मू-कश्मीर में वह शनिवार को मुजफ्फराबाद के लिए एक रैली को रोकने के लिए अन्य पुलिस कर्मियों के साथ तैनात थे। संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) के बैनर तले कोटली और पुंछ जिले रैली निकाली गई थी।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Sun, 12 May 2024 05:14 PM (IST)
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संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) के बैनर तले कोटली और पुंछ जिले रैली निकाली गई थी।

एएनआई, मुजफ्फराबाद (गुलाम कश्मीर)। एकतरफ जम्मू और कश्मीर में लोकसभा चुनावों की गहमागहमी है और दूसरी ओर पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में विरोध-प्रदर्शनों के साथ हिंसक झड़पों में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए हैं।

मीरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कामरान अली के उप-निरीक्षक अदनान कुरेशी की इस्लामगढ़ शहर में सीने में गोली लगने से मौत हो गई। पाकिस्तानी अखबार 'डान' की रिपोर्ट के अनुसार, गुलाम जम्मू-कश्मीर में वह शनिवार को मुजफ्फराबाद के लिए एक रैली को रोकने के लिए अन्य पुलिस कर्मियों के साथ तैनात थे।

संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) के बैनर तले कोटली और पुंछ जिले रैली निकाली गई थी। जेएएसी के क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में व्यापारी सबसे आगे हैं। पीओजेके में जलविद्युत उत्पादन लागत के अनुसार बिजली का प्रविधान, गेहूं के आटे पर सब्सिडी और संपन्न वर्ग के विशेषाधिकारों को समाप्त करने की मांग कर रहा है।

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बुधवार-गुरुवार की रात, मुजफ्फराबाद और मीरपुर डिवीजनों में उनके और उनके रिश्तेदारों के आवासों पर छापेमारी के दौरान पुलिस ने 70 जेएएसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। इससे गुरुवार को दादियाल में गंभीर झड़पें हुईं। यहां बुनियादी सुविधाओं की मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन होता रहता है।समिति ने मुजफ्फराबाद की ओर अपने नियोजित लंबे मार्च से एक दिन पहले शुक्रवार को शटर-डाउन और व्हील-जाम हड़ताल की घोषणा की थी।

हड़ताल के बीच, मुजफ्फराबाद के विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच भयंकर झड़पें देखी गईं। अधिकारियों ने लोगों को शहर की ओर जाने से रोकने के लिए और अधिक गिरफ्तारियां करने के अलावा, मुजफ्फराबाद की ओर जाने वाले रास्तों पर मिट्टी के ढेर लगा दिए। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि मुजफ्फराबाद और पुंछ डिवीजन में पूर्ण हमले हुए।

एसएसपी यासीन बेग ने कहा कि एक पुलिस अधिकारी और एक युवा घायल हो गया क्योंकि पुलिस ने कुछ इलाकों में आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायरिंग कीं। कोटली के एसएसपी मीर मुहम्मद आबिद ने बताया कि 'विरोध की आड़ में उपद्रवियों के हमलों' में जिले में 78 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

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