बदहाल पाकिस्तान का खस्ता तंत्र! रावलपिंडी आयुक्त ने ही चुनाव में धांधली की बात स्वीकारी; जानिए क्या है ECP का स्टैंड
रावलपिंडी डिवीजन के आयुक्त लियाकत अली चट्टा ने हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। लियाकत अली चट्टा ने यह स्वीकार किया कि रावलपिंडी डिवीजन में धांधली हुई है। साथ ही उन्होंने इसकी जिम्मेदारी भी ली। वहीं पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ECP) ने लियाकत अली चट्टा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
एएनआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के नए वजीर-ए-आलम कौन होंगे? यह सवाल हर किसी के जहन में घूम रहा है। हालांकि, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज सरकार बनाने के लिए तैयार है और तमाम रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि नवाज शरीफ नहीं, बल्कि उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। हिंसा, गोलीबारी के बीच आठ फरवरी को संपन्न हुए आम चुनावों में कथित धांधली के आरोप लग रहे हैं।
इस बीच, रावलपिंडी डिवीजन के आयुक्त लियाकत अली चट्टा ने हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, लियाकत अली चट्टा ने रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि उन्होंने रावलपिंडी डिवीजन के लोगों के साथ अन्याय किया है।यह भी पढ़ें: अब विपक्ष की भूमिका निभाएगी Imran Khan की पार्टी, चुनाव में धांधली के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा
ECP ने आरोपों को किया खारिज
वहीं, पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ECP) ने लियाकत अली चट्टा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। वहीं, जियो न्यूज से बात करते हुए पंजाब के कार्यवाहक सूचना मंत्री अमीर मीर ने भी लियाकत अली चट्टा के चुनाव परिणामों में हेरफेर के दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह न तो कोई रहस्योद्घाटन है और न ही अपराध की स्वीकारोक्ति, यह चुनाव की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है। उन्होंने कहा,
यह भी पढ़ें: चुनाव धांधली की याचिकाओं पर 19 फरवरी को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट; इमरान की पार्टी के नेताओं की धरपकड़आत्महत्या की बात करने वाला व्यक्ति मनोरोगी ही हो सकता है। रिटायर होने से कुछ हफ्ते पहले वह राजनीतिक स्टंट कर रहे हैं। मुझे लगता है कि वह राजनीतिक करियर बनाना चाहते हैं।
लियाकत अली चट्टा ने क्या कुछ कहा?
लियाकत अली चट्टा ने यह स्वीकार किया कि रावलपिंडी डिवीजन में धांधली हुई है। साथ ही उन्होंने इसकी जिम्मेदारी भी ली। उन्होंने दावा किया कि हमने हारे हुए लोगों को 50,000 वोटों के अंतर से विजेताओं में बदल दिया। हालांकि, उन्होंने खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। लियाकत अली चट्टा ने आत्महत्या करने की भी बात कही। उन्होंने खुलासा किया,
उन्होंने आज सुबह आत्महत्या करने की कोशिश की।