Pakistan Election: क्या पाकिस्तान में आठ फरवरी को नहीं होगा इलेक्शन? चुनाव आयोग का बड़ा बयान आया सामने
क्या पाकिस्तान में आम चुनाव टल सकता है? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर चुनाव चिन्ह बदलने की प्रक्रिया नहीं थमी तो चुनाव में देरी हो सकती है। चुनाव आयोग ने एक बयान जारी कर बताया कि चुनाव चिन्हों के आवंटन के बाद राजनीतिक कलाकार विभिन्न मंचों के माध्यम से उन्हें बदलवा रहे हैं।
पीटीआई, इस्लामाबाद। क्या पाकिस्तान में आम चुनाव टल सकता है? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर 'चुनाव चिन्ह' बदलने की प्रक्रिया नहीं थमी तो चुनाव में देरी हो सकती है।
बकौल रिपोर्ट, चुनाव आयोग ने कहा कि आम चुनाव नजदीक होने की वजह से वह 'चुनाव चिन्ह' में लगातार तब्दीली नहीं कर सकता है। दरअसल, पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव होने वाला है।
चुनाव आयोग ने दी चेतावनी
चुनाव आयोग ने मंगलवार को एक बयान जारी कर बताया कि चुनाव चिन्हों के आवंटन के बाद राजनीतिक कलाकार विभिन्न मंचों के माध्यम से उन्हें बदलवा रहे हैं। चुनाव आयोग ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि चुनाव चिह्न बदलने की प्रवृत्ति नहीं रुकी तो ऐसे में चुनाव स्थगित करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा।यह भी पढ़ें: 'ईरान के हमले के हो सकते हैं गंभीर परिणाम', एयर स्ट्राइक पर भड़का पाकिस्तान; अधिकारी को किया तलब
बयान में कहा गया कि अगर चुनाव चिह्न बदलने की प्रक्रिया इसी तरह जारी रही तो चुनाव में देरी होने का डर है, क्योंकि बैलेट पेपर को फिर से छापना होगा, जिसके लिए पहले से ही समय सीमित है और दूसरी ओर इसके लिए उपलब्ध विशेष कागज भी समाप्त हो जाएगा।
क्या प्रिंट हो गए बैलेट पेपर?
चुनावी निगरानी संस्था ने बताया कि उसने पहले ही तीन मुद्रण निगमों को बैलेट पेपर की प्रिटिंग का आदेश दे दिया था और छपाई का काम भी शुरू हो गया था। दरअसल, चुनाव आयोग का बयान राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों द्वारा अपने चुनाव चिन्ह बदलने के अनुरोध और हाई कोर्ट के समक्ष लंबित आवेदनों के जवाब में आया है।
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