Pakistan Politics: शहबाज होंगे पाकिस्तान के नए वजीर-ए-आजम, नवाज शरीफ बोले- पाक की अर्थव्यवस्था को ठीक करना पहली प्राथमिकता
Pakistan New Prime Minister पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) संसदीय दल की बैठक इस्लामाबाद में बुधवार को पार्टी सुप्रीमो नवाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई। बैठक में नवाज ने अपने छोटे भाई शहबाज शरीफ का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए व वफादार सरदार सादिक को स्पीकर पद के लिए नामित किया। यह जानकारी पीएमएल-एन के सेंट्रल डिप्टी सेक्रेटरी अतातुल्ला तरार ने दी।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में नई सरकार के जल्द गठन की उम्मीद जग गई है। पीएमएल-एन ने बुधवार को शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए औपचारिक रूप से नामित कर दिया। वह गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे। इसके साथ ही पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता सरदार अयाज सादिक को नेशनल असेंबली के स्पीकर पद के लिए नामित किया है। सरकार बनाने को लेकर यह प्रगति नेशनल असेंबली के उद्घाटन सत्र से एक दिन पहले हुई है।
सरकार की पहली प्राथमिकता अर्थव्यवस्था को स्थिर करना
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) संसदीय दल की बैठक इस्लामाबाद में बुधवार को पार्टी सुप्रीमो नवाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई। बैठक में नवाज ने अपने छोटे भाई शहबाज शरीफ का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए व वफादार सरदार सादिक को स्पीकर पद के लिए नामित किया। यह जानकारी पीएमएल-एन के सेंट्रल डिप्टी सेक्रेटरी अतातुल्ला तरार ने दी। नवाज ने कहा कि नई सरकार की पहली प्राथमिकता अर्थव्यवस्था को स्थिर करना है। शहबाज के सामने पड़ोसी मुल्कों से रिश्तों को सही करने के साथ-साथ गिरती अर्थव्यवस्था को फिर से खड़ा करने की चुनौती होगी।
नेशनल असेंबली की आरक्षित सीटों का आवंटन
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी द्वारा सत्र बुलाने से इनकार करने के बाद नेशनल असेंबली के निवर्तमान स्पीकर राजा परवेज अशरफ ने गुरुवार को सत्र आहूत किया है। पीएमएलन-एन व पीपीपी के नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्वारा सत्र बुलाने से इनकार करने से संवैधानिक संकट खड़ा हो सकता है। अल्वी ने सोमवार को सत्र बुलाने से यह कह कर इनकार कर दिया था कि सत्र बुलाने से पहले नेशनल असेंबली की आरक्षित सीटों का आवंटन होना जरूरी है। अल्वी इमरान खान की पार्टी पीटीआइ से जुड़े रहे हैं।तीन पार्टियों ने चुनाव नतीजों को किया खारिज
पाकिस्तान में नई सरकार बनाने की कवायद के बीच चुनाव में धांधली का शोर थमता नजर नहीं आ रहा है। तीन विपक्षी पार्टियों ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए), जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआइ-एफ) और जमात-ए-इस्लामी (जेआइ) ने मंगलवार को चुनाव नतीजों को खारिज कर दिया। तीनों पार्टियों ने आठ फरवरी को हुए चुनाव में धांधली का आरोप लगाते फिर से चुनाव कराने की मांग की है। तीनों पार्टियों ने कहा है कि वे चुप नहीं बैठेंगी, वे धांधली के विरुद्ध आवाज बुलंद करती रहेंगी।