पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की बहनें पुलिस हिरासत में, बेहद संगीन आरोप लगे; जानिए क्या है मामला?
पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी कोर्ट ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बहनों को पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इसी मामले में खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। दोनों बहन अलीमा खान और उज्मा खान को शुक्रवार को डी चौक से गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ लाहौर के कोहसर पुलिस स्टेशन में आतंकवाद के आरोप में दर्ज किया गया था।
पीटीआई, लाहौर। पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी कोर्ट ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बहनों को पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इसी मामले में खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। दोनों बहन अलीमा खान और उज्मा खान को शुक्रवार को डी चौक से गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ लाहौर के कोहसर पुलिस स्टेशन में आतंकवाद के आरोप के तहत मामला दर्ज किया गया था।
इस मामले में गंडापुर और कुछ अन्य पीटीआई के अन्य नेताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। वहीं, लाहौर में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर हमला करने के आरोप में इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के 130 समर्थकों को सोमवार को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में कराची एयरपोर्ट के पास बड़ा धमाका, 2 चीनी नागरिकों की मौत और 17 घायल; BLA ने ली जिम्मेदारी
इमरान को बीबी से मुलाकात पर 18 तक रोक
पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की सरकार ने सोमवार को सुरक्षा कारणों से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने परिवार के सदस्यों, वकीलों और पार्टी नेताओं से 18 अक्टूबर तक मुलाकात करने पर रोक लगा दी। पंजाब सरकार ने इमरान की पार्टी के कई शहरों में सरकार विरोधी प्रदर्शनों को देखते हुए यह कदम उठाया है।
अदियाला जेल में हैं इमरान
पीटीआई संस्थापक इमरान रावलपिंडी स्थित अदियाला जेल में बंद हैं। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने पीटीआई पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) समिट को बाधित करने का आरोप लगाया है।पीटीआई ने प्रदर्शन खत्म किया
इमरान की पार्टी पीटीआई ने सोमवार को अपना प्रदर्शन बंद कर दिया। इस्लामाबाद में खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर का नाटकीय रूप से गायब होने और 24 घंटे बाद रविवार शाम पेशावर में असेंबली भवन के समीप अचानक सामने आने के बाद पार्टी कार्यकर्ता घरों को लौटने लगे। स्थिति सामान्य होते देख अधिकारियों ने शहर की घेराबंदी खत्म कर दी और मोबाइल सेवा बहाल कर दी।
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