पाकिस्तान में हुए आम चुनाव के बाद बहुमत जुटाने के लिए पीएमएल नेता शहबाज शरीफ ने पीपीपी नेता व व पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से बात की तो उन्होंने नई सरकार का प्रधानमंत्री पद अपने बेटे व पार्टी प्रमुख बिलावल भुट्टो को देने की शर्त रख दी। बदले में पंजाब प्रांत में कमजोर हुई नवाज की पार्टी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का प्रस्ताव भी रख दिया।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सरकार बनाने के प्रयासों के बीच रविवार को चुनाव आयोग ने 264 संसदीय सीटों के परिणाम घोषित कर दिए। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) समर्थित निर्दलीय प्रत्याशियों ने सबसे ज्यादा 101 सीटें जीती हैं।
नवाज शरीफ की पार्टी- पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) ने 75 सीटें, बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने 54 सीटें, भारत से आए लोगों की पार्टी-मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) ने 17 सीटें और कुछ अन्य छोटे दलों व निर्दलियों ने 12 सीटें जीती हैं।
खुशाब में पुन: होगा मतदान!
एक संसदीय सीट पर प्रत्याशी की मौत के कारण वहां चुनाव स्थगित कर दिया गया था, जबकि व्यापक गड़बड़ी होने के कारण खुशाब की एनए 88 सीट का चुनाव परिणाम घोषित नहीं किया गया है। खुशाब के ज्यादातर मतदेय स्थलों पर 15 फरवरी को पुन: मतदान होगा।
चुनाव परिणाम घोषित होने से पूर्व शुक्रवार से ही पाकिस्तान में संघीय सरकार बनाने के लिए गतिविधियां शुरू हो गई थीं। पीटीआई ने सांसदों के सबसे बड़े समूह के रूप में सरकार बनाने का दावा किया तो पीएमएल-एन ने सबसे बड़ी पार्टी के रूप में अपना यह अधिकार जताया, लेकिन बहुमत किसी के पास नहीं है।
शहबाज ने आसिफ अली जरदारी से की बात
बहुमत जुटाने के लिए पीएमएल नेता व पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीपीपी नेता व व पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से बात की तो उन्होंने नई सरकार का प्रधानमंत्री पद अपने बेटे व पार्टी प्रमुख बिलावल भुट्टो को देने की शर्त रख दी। बदले में पंजाब प्रांत में कमजोर हुई नवाज की पार्टी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का प्रस्ताव भी रख दिया।
PML-N में शामिल हुआ निर्दलीय प्रत्याशी
रविवार को एमएक्यूएम के नेताओं ने सरकार गठन के सिलसिले में लाहौर में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से एक घंटे बात की, लेकिन मुलाकात के बाद कह दिया कि सरकार बनाने के लिए प्रारंभिक सहमति बनी है, लेकिन दोनों दलों में कोई समझौता नहीं हुआ है।जाहिर है कि पीपीपी और एमक्यूएम सौदेबाजी के मूड में हैं, लेकिन देर शाम एनए-121 सीट से जीते निर्दलीय प्रत्याशी वसीम कादिर ने पीएमएल-एन में शामिल होने की घोषणा कर दी। इस प्रकार से पार्टी सांसदों की कुल संख्या 76 हो गई है।
इस बीच, चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए रविवार को पीटीआई और मौलाना फजल-उर-रहमान की पार्टी- जमीयत उलेमा ए इस्लाम के कार्यकर्ताओं ने देश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया और धरने दिए।
संसद में 169 होगा बहुमत का आंकड़ा
पाकिस्तान के चुनाव में किसी दल को बहुमत न मिलने के कारण संघीय सरकार बनाने के लिए तैयार होने वाले गठबंधन के पास नेशनल असेंबली (संसद) में चुने हुए 133 सदस्यों का समर्थन जरूरी होगा। यह चुनाव के जरिये भरी जाने वाली 266 सीटों का बहुमत है जिसमें से 265 के लिए गुरुवार को मतदान हुआ था। इस समर्थन से संतुष्ट होने पर राष्ट्रपति गठबंधन के नेता को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे।
इसके बाद प्रधानमंत्री को नेशनल असेंबली में 70 नामित सदस्यों समेत कुल 336 सदस्यों के बीच बहुमत साबित करना होगा। सदन में बहुमत का आंकड़ा 169 सांसदों के समर्थन का होगा। नेशनल असेंबली में चुने जाने वाले 266 सदस्यों के अतिरिक्त 70 नामित सदस्य होते हैं। ये नामित सदस्य महिलाएं और अल्पसंख्यक वर्ग से होते हैं।
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