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पाकिस्‍तान में ITR न भरने वालों पर आफत, 3500 लोगों की SIM ब्‍लॉक; नई सिम और हर रिचार्ज पर लगेगा 90 फीसदी अतिरिक्‍त टैक्‍स

Pakistan News पाकिस्तान टेलीकॉम ऑपरेटरों ने शनिवार को 5000 कार्डों में से 3500 से अधिक नॉन-फाइलर्स (इनकम टैक्‍स रिटर्न न भरने वाले व्‍यक्ति) के मोबाइल फोन सिम ब्लॉक कर दिए। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) से वादा किया था कि वे इसके इनकम टैक्स जनरल ऑर्डर (आईटीजीओ) के अनुरूप होंगे।

By Agency Edited By: Prateek Jain Updated: Sun, 12 May 2024 04:10 PM (IST)
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सरकार के निर्देश पर पाकिस्तान टेलीकॉम ऑपरेटरों ने 3,500 से अधिक सिम ब्‍लॉक कर दीं।
एएनआई, इस्‍लामाबाद। पाकिस्तान टेलीकॉम ऑपरेटरों ने शनिवार को 5000 कार्डों में से 3,500 से अधिक नॉन-फाइलर्स (इनकम टैक्‍स रिटर्न न भरने वाले व्‍यक्ति) के मोबाइल फोन सिम ब्लॉक कर दिए। 

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) से वादा किया था कि वे इसके इनकम टैक्स जनरल ऑर्डर (आईटीजीओ) के अनुरूप होंगे। इस एक कदम ने 506,671 लोगों को 2023 के लिए अपना रिटर्न रिकॉर्ड में रखने के लिए मजबूर कर दिया।

एफबीआर ने 5 हजार लोगों को दी थी चेतावनी

एफबीआर ने लगभग 5,000 व्यक्तियों को संदेश भी भेजे, जिसमें उन्हें चेतावनी दी गई कि यदि उन्होंने अपना रिटर्न दाखिल नहीं किया तो उनके मोबाइल फोन सिम ब्लॉक कर दिए जाएंगे। इसने टेलीकॉम ऑपरेटरों से ब्लॉक किए गए सिम का विवरण भी मांगा है।

अधिसूचना के अनुसार, बोर्ड ने 5,000 नॉन-फाइलर्स का दूसरा बैच टेलीकॉम कंपनियों को भेज दिया है, जो छोटे बैचों में सिम की मैन्युअल ब्लॉकिंग प्रक्रिया शुरू करने के लिए सहमत हुए थे, जब तक कि उनके सिस्टम इसे स्वचालित करने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हो जाते। तीसरा बैच आज प्रेषि‍त किया जाएगा।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से बताया कि टेलीकॉम कंपनियों द्वारा ब्लॉक किए जाने वाले सिम को सत्यापित करने के लिए एक स्वचालित प्रणाली शुरू की जाएगी। दूरसंचार कंपनियों ने संदेश भेजने और गैर-फाइलर्स के पहले बैच के सिम को ब्लॉक करने पर शनिवार को अपनी बैठक के दौरान एफबीआर को प्रारंभिक अनुपालन रिपोर्ट सौंपी है।

दूरसंचार कंपनियों ने किया था एफबीआर के फैसले का विरोध

एफबीआर द्वारा आईटीजीओ जारी करने के बावजूद, दूरसंचार कंपनियों ने आईटी मंत्रालय और पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) को एक पत्र लिखकर इस कदम का विरोध किया, जिसमें उन्होंने लिखा था कि उन्हें अपने ग्राहकों को निर्दिष्ट परिस्थितियों को छोड़कर दूरसंचार अधिनियम और प्रासंगिक नियम के तहत न‍िर्बाध सेवाएं प्रदान करने के लिए बाध्य किया गया था। 

उन्होंने कहा कि ऐसे कोई उदाहरण नहीं हैं जहां वे किसी ग्राहक की सेवा को डिस्कनेक्ट या ब्लॉक कर सकें। हालांकि, एक दिन पहले जारी किए गए बयान के अनुसार, दूरसंचार ऑपरेटर एफबीआर के साथ कई बैठकों के बाद गैर-फाइलर्स के सिम को ब्लॉक करने पर सहमत हुए।

बयान में कहा गया है कि यह सहयोग कर नियमों को बनाए रखने और करदाताओं के बीच अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए एफबीआर और दूरसंचार ऑपरेटरों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

गैर-फाइलर्स पर 90 प्रतिशत का विदहोल्डिंग टैक्‍स

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, बयान में निष्कर्ष निकाला गया कि यह देश में कर संग्रह और प्रवर्तन तंत्र को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का भी प्रतीक है। इसके अलावा, एफबीआर ने गैर-फाइलर्स पर 2.5 प्रतिशत के बजाय 90 प्रतिशत का विदहोल्डिंग टैक्स लगाने का फैसला किया है।

इस फैसले के तहत, प्रीपेड और पोस्टपेड नॉन-फाइलर्स द्वारा लोड किए गए मोबाइल फोन बैलेंस से एक स्वचालित प्रणाली के माध्यम से 90 प्रतिशत विदहोल्डिंग टैक्स काटा जाएगा।

इसका मतलब यह है कि यदि कोई गैर-फाइलर पाकिस्तानी मुद्रा (पीकेआर) 100 का मोबाइल फोन बैलेंस लोड करता है, तो पीकेआर 90 स्वचालित रूप से काट लिया जाएगा और एफबीआर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।

इस फैसले के तहत प्रीपेड और पोस्टपेड नॉन-फाइलर्स द्वारा लोड किए गए मोबाइल फोन बैलेंस से एक स्वचालित प्रणाली के माध्यम से 90 प्रतिशत विदहोल्डिंग टैक्स काटा जाएगा। इसका मतलब यह है कि यदि कोई गैर-फाइलर पाकिस्तानी 100 रुपये का मोबाइल फोन बैलेंस लोड करता है, तो  90 पाकिस्‍तानी रुपये स्वचालित रूप से काट लिया जाएंगे और एफबीआर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।

सूत्रों ने कहा कि अगर सिम ब्लॉक होने के बावजूद फाइल न करने वाले अपना रिटर्न सिस्टम में नहीं लाते हैं, तो उन्हें जो भी नया सिम खरीदना होगा, उसके लिए उन्हें 90% अतिरिक्त टैक्स देना होगा। उन्होंने कहा कि हर बार गैर-फाइलर द्वारा अपने सिम बैलेंस को रिचार्ज करने के साथ-साथ अपने कॉलिंग और मोबाइल डेटा प्लान का उपयोग करने पर अतिरिक्त कर लगाया जाएगा।

जिन गैर-फाइलर्स के सिम को ब्लॉक करने की जरूरत है, उनका डेटा पीटीए को सौंप दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि अगर 15 मई तक नॉन-फाइलर्स के सिम को ब्लॉक नहीं किया गया तो एफबीआर संबंधित दूरसंचार कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा।

उन्होंने कहा कि एफबीआर इस मामले पर अपनी कानूनी टीम के साथ चर्चा कर रही थी और आदेश की अवहेलना करने वाली दूरसंचार कंपनियों के खिलाफ अदालत में चली गई।